नई दिल्ली। कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 समूह द्वारा कांग्रेस की नीतियों को लेकर खुले मंच से आलोचना करने के बाद अब पार्टी की प्राथमिक सदस्यता लेने के इच्छुक नेताओं और कार्यकर्ताओं से सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करने का वचन लिया जाएगा। सार्वजनिक मंचों से अपनी ही पार्टी की आलोचना करने वाले जी-23 नेताओं से कांग्रेस सावधान हो गई है। जी 23 नेताओं के अपने समूह द्वारा कांग्रेस पार्टी की नीतियों को लेकर खुले मंच से की गई आलोचना के बाद अब पार्टी की प्राथमिक सदस्यता लेने के इच्छुक नेताओं और कार्यकर्ताओं से सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करने का वचन मांगा है। कांग्रेस के नए मेंबरशिप फॉर्म में मैं धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए सदस्यता लेता हूं। मैं प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से, खुले तौर पर या अन्यथा, पार्टी मंचों के अलावा, पार्टी की स्वीकृत नीतियों और कार्यक्रमों की प्रतिकूल आलोचना नहीं करूंगा जैसे दस बिंदुओं का उल्लेख किया गया है, सब में एक शर्त यह भी है कि सदस्यता लेने वाले व्यक्ति को हलफनामा देना होगा कि वह पार्टी की नीतियों व निर्णयों की आलोचना सार्वजनिक तौर पर नहीं करेगा। कांग्रेस पार्टी द्वारा यह कदम कांग्रेस के जी-23 समूह के कई वरिष्ठ नेताओं द्वारा मीडिया से बातचीत के दौरान पार्टी की आलोचना करने और पार्टी के भीतर चुनाव की मांग करते हुए संगठनात्मक ढांचे पर लगातार सवाल उठाने के बाद लिया गया है। जी -23 के कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता पार्टी नेतृत्व पर लगातार उंगली उठा रहे थे।
पार्टी की नीतियों का विरोध नहीं करने की शपथ पर कांग्रेस देगी सदस्यता
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