इस्लामाबाद । पाकिस्तान में ङ्क्षहदुओं को नौकरी के लिए जबरन इस्लाम अपनाने को मजबूर किया जा रहा है। इस साल जून में ङ्क्षसध प्रांत के बदीन में बड़े पैमाने पर ङ्क्षहदू परिवारों को नौकरी के लिए धर्मांतरण कराया गया। धर्म परिवर्तन करने वाले मुहम्मद असलम शेख ने कहा, हम सिर्फ सामाजिक समानता चाहते हैं और कुछ नहीं। गरीब ङ्क्षहदु परिवारों में धर्मांतरण आम हो गया है। दिन में एक कार्यक्रम में करीब १०० लोगों का धर्मांतरण कराया गया। जून तक शेख का असली नाम सावन भील था, जिन्होंने अपने परिवार के साथ इस्लाम अपना लिया। जब पाकिस्तान अस्तित्व में आया था, तब वहां ङ्क्षहदु आबादी २०.५ फीसदी थी, लेकिन उसके बाद उनकी संख्या तेजी से घटी है। १९९८ में पाकिस्तानी सरकार ने धर्म के आधार पर लोगों की जनगणना की थी, जिसके मुताबिक पाक में ङ्क्षहदुओं की संख्या महज १.६ फीसदी रह गई है। कुल मिलाकर पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है। लेकिन इनमें से गरीब ङ्क्षहदुओं की हालात सबसे ज्यादा खराब है। पीटीआई के ङ्क्षहदू सांसद लाल चंद महली कहते हैं कि मस्जिद, चैरिटी और व्यापारी गरीब ङ्क्षहदुओं का आसानी से शोषण करते हैं और उन्हें इस्लाम कबूलने का लालच देते हैं। इसमें काफी पैसा शामिल होता है।
पाकिस्तान मे हिन्दुओं पर नौकरी के बदले धर्म परिवर्तन का दबाव
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