सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, PM मोदी पर विवादित बयान देने पर गिरफ्तार हुए थे
नई दिल्ली।सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की अंतरिम जमानत 17 मार्च की बढ़ा दी है। 28 फरवरी को असम और उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना जवाब दाखिल करने के लिए कोर्ट से समय मांगा था। जिसके बाद CJI चंद्रचूड़ ने 3 मार्च तक का समय दिया था।पवन खेड़ा पर UP-असम में PM मोदी पर विवादित बयान पर 3 FIR दर्ज की गई हैं। विवादित बयान देने पर 23 फरवरी को असम पुलिस ने खेड़ा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था।
विवादित बयान: 20 फरवरी को दिल्ली में हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कहा था, ‘जब अटल बिहारी वाजपेयी JPC बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है।’ नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतमदास का है। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी प्रधानमंत्री के नाम को लेकर उन्हें कन्फ्यूजन था।
3 जगह FIR: इस बयान के बाद पवन खेड़ा पर असम के दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग में कम्युनल डिस्टर्बेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर केस दर्ज किया गया। यूपी के वाराणसी और लखनऊ में FIR दर्ज की गई थी। लखनऊ में हजरतगंज थाने में BJP के MLC मुकेश शर्मा ने FIR दर्ज की थी।
रायपुर जाने से पहले गिरफ्तारी: 23 फरवरी को पवन खेड़ा पार्टी अधिवेशन में दिल्ली से रायपुर जाने के दौरान असम पुलिस ने खेड़ा को फ्लाइट से उतारकर गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेताओं ने 2 घंटे तक एयरपोर्ट पर ही धरना दिया था।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका: अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने खेड़ा को राहत देते हुए 28 फरवरी तक अंतरिम जमानत और तीनों FIR को एक जगह क्लब करने का आदेश दिया था। 30 हजार के बॉन्ड भी भरवाया गया था।
खेड़ा को CJI की नसीहत: CJI ने कहा था- हमने आपको प्रोटेक्शन (गिरफ्तारी से) दिया है, लेकिन बयानबाजी का भी कुछ स्तर होना चाहिए। इस पर खेड़ा के वकील सिंघवी ने कहा- हम भी इस तरह के बयान का समर्थन नहीं करते।
जमानत के बाद बयान: पवन खेड़ा ने कहा, ‘असम पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से मुझे अरेस्ट किया। गिरफ्तारी को लेकर न ही मुझे पहले से कोई सूचना दी गई और न ही कोई नोटिस मिला। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है, जिसने आज मेरी फ्रीडम ऑफ स्पीच की रक्षा की। मामला कोर्ट में है, इसलिए कोई टिप्पणी नहीं करुंगा।’
कौन हैं विवादित बयान देने वाले पवन खेड़ा
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ पवन खेड़ा। खेड़ा शीला दीक्षित के पॉलिटिकल सेक्रेटरी रह चुके हैं।पवन खेड़ा का जन्म 31 जुलाई 1968 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की। खेड़ा ने 21 साल की उम्र में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। वे कई सालों तक दिल्ली की CM रहीं शीला दीक्षित के पॉलिटिकल सेक्रेटरी रहे।दिल्ली से कांग्रेस की सरकार हटते ही 2013 में पवन खेड़ा कांग्रेस के साथ सीधे तौर पर जुड़ गए। वह कांग्रेस की तरफ से न्यूज चैनलों की डिबेट में हिस्सा लेने लगे। कांग्रेस ने पवन खेड़ा को पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी और उसके बाद उन्हें पार्टी कम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट में मीडिया और पब्लिसिटी सेल का चेयरमैन नियुक्त किया।
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