पल भर मे खत्म हुई 12 जिंदगियां

शोभायात्रा मे जा घुसा तेज रफ्तार ट्रक, सड़क पर बिखरे मांस के लोथड़े

पटना। बिहार के वैशाली जिले में एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे एक मंदिर में भक्तों की भीड़ को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम बारह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर ट्वीट करते हुए कहा कि वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रक द्वारा बच्चों सहित कई लोगों को कुचलने की घटना से मर्माहत हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना है, उन्हें 5-5 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया।
बता दें कि देसरी थाना अंतर्गत सुल्तानपुर गांव के समीप एक तेज रफ्तार ट्रक के अनियंत्रित होकर एक शोभायात्रा (धार्मिक कार्यक्रम)में घुस जाने पर महिलाओं और बच्चों सहित करीब 12 लोगों की मौत। दुर्घटना राज्य की राजधानी से लगभग 30 किलोमीटर दूर उत्तर बिहार जिले के देसरी थाना क्षेत्र में रात करीब 9 बजे हुई, जब जुलूस स्थानीय देवता ‘भूमिया बाबा’ की पूजा करने के लिए सड़क किनारे एक पीपल के पेड़ के सामने इकट्ठा हुए थे।
 तो 50 से ज्यादा लोगों की मौत होती
प्रत्यक्षदर्शी गांव के अनुज कुमार राय बताते हैं कि नेवतन की पूजा लगभग पूरी हो चुकी थी। सब अपने-अपने घर लौटने वाले थे कि तभी हाजीपुर से महनार की तरफ जा रही अनियंत्रित ट्रक लेफ्ट की जगह राइट आकर यहां मौजूद लोगों को कुचलता चला गया। इसके बाद वो पीपल के पेड़ में टकरा गया। अनुज के मुताबिक अगर ट्रक पेड़ में नहीं टकराता तो कम से कम ५० से ज्यादा लोगों की मौत होती। रफ्तार के कहर का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि मृतकों के मांस के लोथड़े सड़क पर बिखर गए। इनके शव ट्रक के अगले हिस्से में फंस गए जिसे निकालने के लिए गैस कटर से ट्रक को काटना पड़ा। इसके बाद भी इनके कई अंग ट्रक में लटक रहे हैं।
आनन-फानन में कराया गया पोस्टमार्टम
दुर्घटना की सूचना के बाद जिलाधिकारी की अगुआई में जिला प्रशासन की पूरी टीम नया गांव २८ टोला पहुंची। डीएम की अगुआई में ही सभी शव को रात के १ बजे हजारीबाग सदर अस्पताल लाया गया। एक पोस्टमार्टम के लिए बोर्ड का गठन किया गया और २ घंटे के भीतर रात के २ बजे तक सभी शव का पोस्टमार्टम करा लिया गया। इसके बाद सदर एसडीपीओ ओम प्रकाश की अगुआई में शव को वापस गांव भेजा गया।
नशे में था ड्राइवर, पुलिस बोली जांच होगी
एक तरफ जहां ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि ड्राइवर पूरी तरह शराब के नशे में धुत था। इसके कारण यह एक्सिडेंट हुआ है। लेकिन पुलिस फिलहाल इसे मानने से इंकार कर रही है। हाजीपुर के एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया कि ये अनुसंधान का विषय है। जांच के बाद ही वो इस मामले में फिलाल कुछ बोल पाएंगे। घटना स्थल पर ग्रामीणों ने ड्राइवर को पीटना चाहा, लेकिन तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस उसे हिरासत में ले ली है। उसका इलाज फिलहाल हाजीपुर सदर अस्पताल में चल रहा है। ड्राइवर पर केस दर्ज किया गया है या नहीं इस पर भी पुलिस फिलहाल कुछ भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रही है। एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया कि फिलहाल अनुसंधान जारी है। इसके बाद ही वे इस मामले में कुछ भी स्पष्ट बता पाएंगे।
हालात को देखते हुए गांव में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। पूरे नया २८ टोला गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। १०० से ज्यादा जवान यहां लगातार गश्त कर रहे हैं। जवानों ने बताया कि उनकी कोशिश है कि अब गांव में किसी प्रकार की हिंसा न हो। गाडि़यों में तोड़ फोड़ या सड़क जाम न हो इसके लिए प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की गई है। बज्रवाहन के साथ रैपिड ऐक्शन फोर्स को भी अलर्ट मोड में रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताया। मृतकों के परिजनों को २ लाख रूपए मदद देने का ऐलान किया। घायलों को ५० हजार रूपए दिए जाएंगे। उधर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस घटना पर शोक जताया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजन को ५-५ लाख रुपए मदद देने का ऐलान किया। साथ ही घायलों के इलाज के निर्देश दिए।

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