पण्डालों मे विराजे विघ्नहर्ता
देर रात्रि तक हुई गणेश प्रतिमाओं की स्थापना, चहुं ओर छाया उल्लास
बांधवभूमि, उमरिया
जिले भर मे कल जगह-जगह विघ्रहर्ता, मंगलकर्ता भगवान श्री गणेश के प्रतिमाओं की स्थापना की गयी। गणेशोत्सव पर उल्लास का माहौल रहा और चहुंओर गणपति बप्पा के जयघोष गूंजते रहे। आकर्षक पण्डालों और घरों मे प्रतिमाओं की स्थापना के बाद भगवान लंबोदर की सामूहिक आरती की गयी और प्रसाद बांटा गया। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव को लेकर युवाओं मे गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। गणेशोत्सव के चलते कल बाजारों मे भी खासी चहल-पहल रही। नगर मे लगभग 50 स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गयी है। शहर मे कल तमाम रात गणेश चतुर्थी की धूम रही। पण्डालों मे स्थापना के लिए उत्साह से लबरेज समितियों के सदस्य सुबह से टे्रक्टर, पिकअप, रिक्शा, हथठेलों और साईकिलों मे गणपति की प्रतिमाओं को ले जाते देखे गए। इस मौके पर हर ओर गणपति के जयकारे गूंजते रहे हैं। रात्रि 9 बजे के बाद सभी गणपति प्रतिमाओं को पण्डालों मे विराजित किया। पुरोहितों द्वारा भगवान श्रीगणेश का आव्हन किया गया और विधि विधान से पूजा सम्पन्न कराई गयी। पण्डालों और घरों मे मंगलमूर्ति की सामूहिक आरती कर प्रसाद बांटा गया।
घरों, प्रतिष्ठानों मे भी गणराज
पण्डालों के अलावा स्थानीय लोगों और व्यापारियों द्वारा अपने घरों और प्रतिष्ठानों मे भी भगवान लंबोदर की प्रतिमा स्थापित की गयी है। माना जाता है कि बल, विद्या और बुद्धि के दाता भगवान श्रीगणेश के आगमन से मान, पद और प्रतिष्ठा मे वृद्धि होती है। सुख और शांति बनी रहती है तथा व्यापार मे उत्तरोत्तर प्रगति होती है। घरों मे गणेश जी के आगमन को लेकर बच्चों मे खासा उत्साह है। जिले के कई स्कूलों मे भी छात्र-छात्राओं द्वारा गणपति जी के प्रतिमाओं की स्थापना की गयी है।
सजने लगी प्रतिमायें और पण्डाल
प्रतिमाओं की स्थापना के साथ अब पण्डाल की विद्युत सज्जा के सांथ प्रतिमाओं का आकर्षक श्रृंगार किया जा रहा है। इस मौके पर उमरार नदी के खलेसर घाट स्थित गणपति मंदिर मे भारी भीड़ उमड़ी रही है। लोगों ने श्रृद्धाभाव से लंबोदर की पूजा अर्चना की। गणेशोत्सव की शुरुआत पर पूजा अर्चना के साथ महाआरती का आयोजन भी किया गया।