पटना मे आतंकी निशाने पर थे पीएम मोदी

3 आतंकी गिरफ्तार, पूछताछ मे हुआ खुलासा, 25 साल मे भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने का था मंसूबा
पटना। पटना में आतंकियों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। अब तक 3 आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनकी निशानदेही पर 3 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इन सभी से पूछताछ में पता चला है कि 12 जुलाई को यहां आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ये हमला करना चाहते थे। इसके लिए उन्हें 15 दिन से ट्रेनिंग दी जा रही थी।गिरफ्तार आतंकी बीजेपी नेता नूपुर शर्मा की तरह इस्लाम के खिलाफ बयानबाजी करने वालों को मारना चाहते थे। उनके नामों की लिस्ट भी तैयार थी। प्रधानमंत्री के दौरे से एक दिन पहले 11 जुलाई की शाम काे इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के इनपुट पर पुलिस ने नया टोला में छापेमारी कर मोहम्मद जलालुद्दीन और गुलिस्तां मोहल्ला से अतहर परवेज काे पकड़ा था। इनकी निशानदेही पर पटना के फुलवारी शरीफ से अरमान मलिक को गिरफ्तार किया गया। जलालुद्दीन झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा है। अतहर के अलग-अलग बैंकों में तीन अकाउंट हैं। इनमें 83 लाख रुपए जमा हैं। पुलिस का कहना है कि तीनों अकाउंट्स को फ्रीज कराया जाएगा। ED अब इन्हें फंडिंग करने वालों की जांच करेगी। बाद में हिरासत में लिए गए तीन संदिग्धों के नामों का अभी खुलासा नहीं किया गया है।
आतंकियों के पास मिशन 2047 का दस्तावेज मिला
फुलवारी शरीफ के ASP मनीष कुमार ने बताया कि आतंकियों के पास से इंडिया 2047 नाम का 7 पेज का डॉक्यूमेंट भी मिला है। इसमें दर्ज प्लान पर काम करते हुए ये अगले 25 साल में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते थे। इसी टारगेट को पूरा करने के लिए मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।
कुल 26 लोगों पर FIR दर्ज
आतंकियों ने पटना के फुलवारी शरीफ के अहमद पैलेस की दूसरी मंजिल को ट्रेनिंग सेंटर बनाया था। इसमें बिहार के बाहर के लोग भी आ रहे थे। अतहर ने पुलिस को बताया कि इस मुहिम में 26 लोग शामिल थे। इन सभी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। सभी पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से भी जुड़े थे।
पटना SSP ने आतंकियों की ट्रेनिंग को RSS से जोड़ा
गुरुवार को आतंकियों के मनसूबों का खुलासा करते हुए पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने उनकी ट्रेनिंग को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखा से जोड़ दिया। उन्होंने कहा, ‘मदरसे से यह लोगों को मोबिलाइज करते थे और कट्टरता की ओर मोड़ रहे थे। इसका मोडस वैसा ही था जैसे शाखा होती है। RSS की शाखा ऑर्गेनाइज की जाती है और लाठी की ट्रेनिंग होती है, वैसे ही ये फिजिकल ट्रेनिंग के नाम पर यूथ को प्रशिक्षण दे रहे थे और ब्रेनवाश कर रहे थे।
​​​​कई ब्लास्ट के अभियुक्तों का बेलर था अतहर
SSP ने यह भी बताया कि 2001, 2003 और 2013 में आतंकी गतिविधियों में हुई सभी गिरफ्तार आरोपियों की जमानत अतहर ने कराई थी। पुलिस ने इनके ठिकानों से कई आपत्तिजनक बैनर, पर्चे, वीडियो और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। 11 जुलाई से अतहर और जलालुद्दीन से पूछताछ की जा रही थी। सबूत मिलने के बाद पुलिस ने बुधवार काे दोनों काे मीडिया के सामने पेश किया।
सिमी के पुराने सदस्यों को जोड़ कर बना रहे थे गुप्त संगठन
गिरफ्तार मो. जलालुद्दीन प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी का एक्टिव मेंबर रहा है। अब यह PFI का भी एक्टिव मेंबर है। पूछताछ में इसने खुलासा किया है कि PFI से सिमी के पूर्व सदस्यों को जोड़ा जा रहा है। इसके बाद इन्हें जोड़कर एक गुप्त संगठन तैयार किया जा रहा है। इस गुप्त संगठन को एक बड़ा टारगेट दिया गया है।
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