मयखानो मे तब्दील हुई गुमटियां, शराब के नशे मे डूब रही युवा पीढ़ी
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी/तपस गुप्ता
बिरसिंहपुर पाली/मानपुर। जिले के मानपुर और बिरसिंहपुर क्षेत्र मे शराब की अवैध पैकारी अब आम हो चली है। दोनो तहसीलों मे कस्बों से लेकर गांव-गांव तक खुलेआम दो पहिया और चार पहिया वाहनो मे दारू की अवैध सप्लाई की जा रही है। आलम यह है कि कोई गली और मोहल्ला ऐसा नहीं बचा है जहां हर ब्राण्ड की शराब सुलभ न हो। पान और चाय की गुमटियां तो जैसे मयखाने बन गई हैं, यही हाल किराना दुकानो का है। जहां शाम होते ही सुरा प्रेमियों का जमघट लगने लगता है। सोमरस के सांथ उन्हे वहीं पर पानी, आमलेट और नमकीन आदि भी मुहैया करा दी जाती है। यह दौर आधी रात के बाद तक चलता रहता है। इस दौरान वहां से खाकी वर्दी और सफेदपोश दोनो प्रकार के प्राणियों का गुजरना भी होता है परंतु म्यूचुअल अण्डस्टेण्डिंग ऐसी कि ना बेंचने, ना देखने और नां ही पीने वालों को इससे कोई दिक्कत महसूस होती।
बड़ों को छूट, गरीबों पर हण्टर
जानकारों का मानना है कि जिले के दो मुख्य शहरों मानपुर, पाली और उससे सटे पूरे क्षेत्र मे चल रहे शराब के काले कारोबार की पूरी जानकारी आबकारी विभाग को भी है। इतना ही नहीं महकमे के बड़े अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदार इसमे बराबर के हिस्सेदार हैं। कभी जब पानी सिर से ऊपर बहने लगता है, तो विभागीय अमला जांच के लिये निकल पड़ता है। इस दौरान भी उनका हण्टर रसूखदार ठेकेदार और उनके गुर्गो की बजाय गरीबों और आदिवासियों पर चलता है। अफसर महुआ लाहन और कच्ची शराब के मटके फोड़ कर अपना दायित्व पूरा कर लेते हैं।
किशोर और महिलायें भी गिरफ्त मे
आबकारी विभाग के निजी स्वार्थ और ठेकेदारों की कमाई के चक्कर मे युवा पीढ़ी नशे मे डूबती जा रही है। एक तो बेरोजगारी, ऊपर से आर्थिक तंगी से परेशान लोगों को गली-गली मे बिक रही शराब अपनी ओर खींच रही है। यहां-वहां से थोड़े-बहुत पैसे इकट्ठे होते ही बड़े-बुजुर्गो के सांथ किशोर भी इन जगहों की ओर दौड़ पड़ते हैं। कई गावों मे तो महिलाओं और छात्रों को नशे का व्यसन तेजी से अपनी गिरफ्त मे ले रहा है। बुरी आदत को पूरा करने के लिये शराबी चोरी, मारपीट और लूट जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे रहे हैं।
सज्जनो का रहना दूभर
जगह-जगह शराब उपलब्ध होने के कारण गांव और कस्बों मे सज्जनो का रहना दूभर हो गया है। बताया जाता है कि गले तक शराब डकारने के बाद पियक्कड़ों की धमाचौकड़ी शुरू हो जाती है। नशे मे झूमते और लुड़कते लोग जोर-जोर से अश्लील भाषा और गाली-गलौज करते हुए यहां से वहां गुजरते हैं। जिससे आम नागरिकों, विशेष कर बच्चियों, महिलाओं व उनके अभिभावकों को शर्मिन्दगी का सामना करना पड़ता है।
मनमानी बर्दाश्त नहीं
जिले मे शराब बिक्री के केन्द्र निर्धारित हैं। उन्हीं स्थानो पर इसका क्रय-विक्रय किया जाना बाध्यकारी है। शासन के निर्देशों का उल्लंघन करने तथा कानून-व्यवस्था को बिगाडऩे वाली किसी भी गतिविधि या मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसी सूचना मिलने पर संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
प्रमोद कुमार सिन्हा
पुलिस अधीक्षक, उमरिया
पग-पग सुलभ हुआ सोमरस
Advertisements
Advertisements