नींद तक नहीं लेने देती बिजली
अघोषित कटौती ने चंदिया मे मचाई तबाही, जन-जीवन अस्तव्यस्त
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के तहसील मुख्यालय चंदिया मे अघोषित कटौती से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बिजली की भीषण समस्या से रोजगार, धंधे और बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह चौपट हैं। बताया गया है कि रोज रात के 12 बजते ही बिजली चली जाती है। जो फिर सुबह 6 से 8 बजे के आसपास वापस आती है। इस दौरान पूरी रात लोगों को उमस भरी गर्मी और घुप्प अंधेरे मे समय बिताना पड़ता है। दिन मे भी कई बार बिजली का आना-जाना लगा रहता है। स्थानीय लोग विद्युत विभाग के अधिकारियों के रवैये से भी काफी दुखी हैं। उन्होने बताया कि नगर के सब स्टेशन मे इस संबंध मे जनता को कोई जानकारी नहीं दी जाती, वहीं विभाग के जेई कभी भी मोबाईल नहीं उठाते।
2 से 4 घंटे मिलती है सप्लाई
हालत इतनी खराब है कि नगर मे इन दिनो 24 मे से लगभग 20 घंटे की कटौती की जा रही है। रात मे यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है क्योंकि इस समय जहरीले जीव जंतु जंगल और बिलों से निकल कर खुले स्थानो मे आ जाते हैं। घुप्प अंधेरे के कारण उन्हे देख पाना मुश्किल होता है। वहीं उमस भरी गर्मी बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गो के लिये परेशानी का सबब बनी हुई है।
कहीं नहीं होती सुनवाई
स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते कई वर्षो से चंदिया मे समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। नगर के स्टेशन पर ट्रेनो का रूकना बंद हो गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधायें ठप्प हैं। ऊपर से अब बिजली की कटौती ने रही सही कसर पूरी कर दी है। उन्होने बताया कि ट्रेनो से लेकर बिजली की दिक्कत तक लोग लगातार सरकार, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के समक्ष गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।