निर्माण मे धांधली
कलेक्टर ने ठेकेदार का लायसेंस निलंबित करने शासन को भेजा प्रस्ताव
उमरिया। आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा कराये गये निर्माण कार्यो मे धांधली पाये जाने पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने ठेकेदार का लायसेंस निलंबित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। बताया गया है कि मे. मुकेश कुमार दुबे ग्राम बिजौरी को विभाग मे विभिन्न कार्यो का ठेका मिला था। इनमे से कई निर्माण कार्य अधूरे और गुणवत्ताहीन हैं। जिसकी शिकायत पर जांच के उपरांत आरोप सही पाये जाने पर कलेक्टर ने उक्त कार्यवाही की है।
काम ही नहीं हुआ
जानकारी के मुताबिक ठेकेदार द्वारा आदिम जाति कल्याण विभाग मे की गई अनियमितता के संबंध मे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने संभागीय परियोजना यंत्री लोक निर्माण विभाग (पीआईयू) एके कोरी को जांच के निर्देश दिये थे। जिनके द्वारा जनजातीय कार्य विभाग उमरिया के लगभग 2.50 करोड़ रूपयों के स्वीकृत कार्यों का जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जांच मे कुछ कार्य अपूर्ण पाये गये जबकि कई मे मात्र आंशिक निर्माण ही पाया गया। इसके अलावा ठेकेदार ने सीनियर अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास पाली मे पेंटिंग कार्य लागत 1.50 लाख, सीनियर अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास पाली मे शौचालय निर्माण कार्य लागत 6 लाख एवं सीनियर अनुसूचित जाति बालक छात्रावास मानपुर मे शौचालय निर्माण लागत 8 लाख के कार्य नहीं कराये गये हैं।
स्वयं भी किया निरीक्षण
इस दौरान कलेक्टर ने महाविद्यालयीन अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, आदिवासी महाविद्यालयीन बालक छात्रावास तथा अनुसूचित जाति महाविद्यालयीन बालक छात्रावास उमरिया मे स्वयं जा कर निरीक्षण किया गया। इन तीनो स्थानो पर कोटा स्टोन लगाने हेतु 12 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई थी। निरीक्षण के दौरान उक्त कार्य होना नही पाया गया। जबकि राशि का भुगतान किया जा चुका था।
राजसात की गई राशि
सूत्रों के मुताबिक मे. मुकेश कुमार दबे ग्राम बिजौरी, विकास खण्ड मानपुर जिला उमरिया (म.प्र.) द्वारा जिले के 36 छात्रावासों 205.92 लाख रूपये के कार्य नही किये गये हैं। इस मामले मे ठेकेदार का लायसेंस निलंबित करने के अलावा उसके द्वारा जमा अमानत राशि, अतिरिक्त परफार्मेस राशि, सुरक्षा निधि एवं अन्य देय राशि राजसात की गई है। सांथ ही कलेक्टर श्री श्रीवास्तव द्वारा पुलिस अधीक्षक को संबंधित ठेकेदार, के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही हेतु पत्र लिखा गया है।