निरस्त करें अवैध रूप से स्वीकृत खदाने


बांधवगढ़ नेशनल पार्क प्रबंधन ने कलेक्टर को लिखा पत्र, हो रहा अधिसूचना का उल्लंघन
उमरिया। जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने कलेक्टर को पार्क केे ईको जोन मे स्वीकृत पांच गावों की रेत खदाने तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का अनुरोध किया है। नेशनल पार्क के उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को लिखे पत्र मे जानकारी दी है कि शासन द्वारा टाईगर रिजर्व के अधिसूचित ईको जोन मे उक्त खदानो के संचालन, उत्खनन व परिवहन की स्वीकृति दे दी गई है। यह स्वीकृति नकेवल ईको सेेंस्टिव जोन की अधिसूचना का उल्लंधन है बल्कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के अधीन दण्डनीय भी है। उप संचालक श्री गुप्ता ने बताया है कि ईको सेंसेटिव जोन के लिये जारी की गई अधिसूचना का उल्लंधन तथा अवैध गतिविधियों को रोकने हेतु संबंधित जिलों के कलेक्टर को अधिकृत किया गया है, अत: उन्हे लेख कर प्रतिबंधित क्षेत्र मे संचालित की जाने वाली सभी खदानो की स्वीकृति निरस्त करने का आग्रह किया गया है।
कौन-कौन सी खदानो पर आपत्ति
बताया गया है कि पार्क प्रबंधन ने सिर्फ ईको सेेंस्टिव जोन मे स्वीकृत खदानो पर ही आपत्ति दर्ज कराई है। जिन खदानो की स्वीकृति निरस्त करने हेतु लिखित रूप से कहा गया है वे सभी जिले के जनपद पंचायत मानपुर की हैं। इनमे ग्राम सलैया के खसरा नंबर 807 रकबा 4.925, सुखदास के खसरा नंबर 1/2 रकबा 4.033, पिटौर के खसरा नंबर 107 रकबा 3.500, भमरहा के खसरा नंबर 1005/1008/442/1007/01 रकबा 6.110 तथा कोड़ार के खसरा नंबर 29/1, 29/2 रकबा 9.500 शामिल हैं।
27 खदानो की हुई थी निविदा
उल्लेखनीय है कि दि मप्र स्टेट माईनिंग कार्पोरेशन लिमिटेड भोपाल द्वारा गत 22 जनवरी 2020 को जिले मे 27 रेत खदाने स्वीकृत की गई हैं। इसके बाद निविदा की प्रक्रिया संपन्न हुई। जिसमे सभी खदानो का ठेका 37 करोड़ रूपये मे आरएसआई वल्र्ड स्टोन को मिला है। अब पार्क प्रबंधन द्वारा नियमो का हवाला देकर इनमे से पांच खदानो को निरस्त करने की बात कही गई है, जिससे ठेके पर प्रभाव पडऩा लाजिमी है। ऐसे मे देखना होगा कि जिला प्रशासन इस पर किस तरह का निर्णय लेता है। सांथ ही यदि खदाने बंद हुई तो संबंधित कम्पनी की प्रतिक्रिया क्या होगी।
किया जा रहा परीक्षण
बांधवगढ़ नेशनल पार्क के सेंस्टिव जोन की जिन पांच खदानों की स्वीकृति निरस्त करने हेतु लेख किया गया है, वे सभी कई वर्षो से संचालित होती चली आ रही हैं। उप संचालक महोदय के पत्र का परीक्षण किया जा रहा है। इस संबंध मे नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
मान सिंह
जिला खनिज अधिकारी, उमरिया

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