नाश्ते के सांथ परोसी जा रही शराब
ठेकेदार और पुलिस की मिलीभगत से चल रहा अवैध कारोबार
बिरसिंहपुर पाली/तपस गुप्ता। स्थानीय पाली थाना क्षेत्र मे शराब की अवैध बिक्री थमने का नाम नहीं ले रही है। इसकी वजह से जहां नागरिकों की शांति मे खलल पैदा हो रहा है, आपराधिक घटनायें बढ़ रही हैं। वहीं युवा पीढ़ी नशे की दलदल मे समाती जा रही है। बताया जाता है कि एमपीईबी के मलियागुड़ा मे संचालित अंग्रेजी व देशी दुकान ठेकेदार द्वारा अपनी खपत बढ़ाने के लिये खुलेआम गली-गली और मोहल्लों मे शराब की सप्लाई की जा रही है। पॉवर प्लांट गेट के समीप एक होटल मे तो दिन नाश्ते के साथ शराब परोसी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पॉवर प्लांट के गेट नंबर दो, नया मंगठार, नवासी टोला, सुन्दरदादर, तिमनी, बुढऩा, चंदनिया सहित आसपास क्षेत्रों मे अवैध दारू की पैकारी चरम पर है।
बियर बार मे तब्दील हुए टपरे
समाज का सत्यानाश करने वाले इस अवैध कारोबार को पुलिस का पूरा वरदहस्त प्राप्त है। जानकारों का मानना है कि पूरा कारोबार आबकारी विभाग, ठेकेदार और खाकी की मिलीभगत से हो रहा है। शराब सहजता से सुलभ होने की वजह से जहां युवाओं की नस्ल ही चौपट होती जा रही है वहीं बुजुर्ग और महिलायें भी मदिरापान की जद मे आ रहे हैं। आलम यह है कि ग्रामीण व शहरी इलाकों की पान, किराना दुकान, ढाबे तथा होटल बियर बार मे तब्दील हो गई हैं। जहां आये दिन नशेबाज मारपीट व अश्लीलता करते दिखाई देते हैं।
फिक्सिंग के बाद कार्यवाही
हलाकि खानापूर्ति के नाम पर पुलिस कभी-कभार कार्यवाही तो करती है, पर फिक्सिंग करके। इस मुहिम के दौरान छोटी-मोटी मछलियों पर दबिश होती है, इससे पहले ही बड़े मगरमच्छों को आगाह कर दिया जाता है, जिससे वे अपनी दुकान पहले ही समेट लेते हैं। एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री माफियाओं की कमर तोडऩे की बात कहते नहीं थकते, दूसरी ओर वास्तविकता इससे ठीक उलट दिखाई पड़ती है। जहां बाड़ ही खेत को चरने पर आमदा है।
सोनी, दिलीप, मोती, राकेश और महाराज को कमान
देखते ही देखते पाली और मंगठार मे कुकुरमुत्तों की तरह दर्जनो अवैध मयखाने खुल गये हैं। जानकारी मिली है कि एमपीईबी मलियागुड़ा शराब दुकान ठेकेदार के गुर्गे जगह-जगह फैले हुए हैं। एमपीईबी कालोनी के ई टाइप क्वार्टर मे सोनी युवक, पॉवर प्लांट मे दिलीप, नवासी टोला मे एक महिला, लेबर कालोनी मे मोती, एमपीईबी कालोनी के समीप बैरियर मे राकेश व किसी महराज द्वारा तो सुन्दरदादर विजय व अन्य व्यक्तियों द्वारा सप्लाई की कमान संभाली हुई है।