नदी के पास बरामद हुई पुलिस से लूटी गई पिस्टल, 10 कारतूस भी मिले
बांधवभूमि न्यूज, मध्यप्रदेश
उमरिया
जिला मुख्यालय मे विगत महीने हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के हिंसक प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों द्वारा पुलिस से लूटी गई पिस्टल अंतत: बरामद कर ली गई है। उक्ताशय की जानकारी गुरूवार को पुलिस द्वारा स्थानीय कंट्रोल रूम मे आयोजित एक पत्रकारवार्ता मे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीसी सागर ने दी। इस मौके पर एसपी श्रीमती निदेविता नायडू, एएसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। एडीजी श्री सागर ने बताया कि सितंबर की 26 तारीख को उमरिया के रानी दुर्गावती चौक पर प्रदर्शन के बाद हुई झड़प मे शरारती तत्वों द्वारा पुलिस पर हमला करने के सांथ एक पिस्टल लूट ली गई थी। जो ग्राम कुदरा के समीप बह रही पटपरिया नदी के पास पाई गई। पिस्टल के सांथ 10 जिंदा कारतूस भी जब्त किये गये हैं।
उकसाऊ भाषणबाजी से बिगड़ा माहोल
गौरतलब है कि बीते महीने की 26 तारीख को गोंगपा के आहवान पर बड़ी संख्या मे लोग नगर के रानी दुर्गावती चौक के पास जुटे थे। कुछ देर बार प्रदर्शनकारी चौक मे धरने पर बैठ गये, जिससे चारों तरफ का आवागमन बाधित हो गया। सूत्रों का दावा है कि इस भीड़ मे उमरिया के अलावा डिंडौरी, मंडला, शहडोल यहां तक कि छत्तीसगढ़ के कुछ लोग भी देखे गये। तभी पार्टी के पदाधिकारी राधेश्याम काकोडिया, जिलाध्यक्ष सूर्यपाल सिंह तथा अन्य नेताओं ने उकसाऊ भाषणाबाजी शुरू कर दी। घटना के ऐसे भी वीडियो वायरल हुए जिसमे काकोडिया कह रहा है कि उमरिया वालों ने बाजार बंद नहीं किये, इसीलिये शहर मे घुस कर दुकान लूट लो। इससे तनाव बढऩे लगा।
हमले के बावजूद पुलिस ने दिखाया धैर्य
पुलिस को जब लगा कि गोंगपा के नेता और संदिग्ध उत्पाती लूटपाट या कुछ गड़बड़ करने वाले हैं तो उन्होने पार्टी के पदाधिकारियों से चर्चा करने की कोशिश की परंतु वे मारपीट पर उतारू हो गये। माहौल इतना खराब हुआ कि शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी के सांथ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसके बावजूद पुलिस ने धैर्य दिखाया और फायरिंग जैसी कड़ी कार्यवाही से बचती रही। इस वारदात मे एएसपी प्रतिपाल सिंह सहित कई अधिकारी और कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये। इतना ही नहीं बेहोंश हो कर गिरे एएसपी के गार्ड आत्माराम मकवाना की पिस्टल और कारतूस भी लूट लिया गया।
एडीजी ने की थी इनाम की घोषणा
उमरिया मे पहली बार हुई इस सनसनीखेज वारदात मे पुलिस ने धारा 307, 147, 148, 149, 188, 114, 115, 117, 294, 323, 342, 353, 332, 333, 337, 395, 504, 506, 120 सहित अन्य अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। इस मामले मे अब तक 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं पिस्टल का सुराग देने पर एडीजी डीसी सागर द्वारा 30 हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया गया था। घटना के करीब 20 दिन बाद पिस्टल व कारतूस की बरामदगी पुलिस और जिलेवासियों के लिये राहत की खबर है।