राष्ट्रपति ने किया आरोग्य भारती संस्था द्वारा वन नेशन, वन हेल्थ सिस्टम विषय पर आरोग्य मंथन सम्मेलन का शुभारंभ
भोपाल।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश में बढ़ रही डॉक्टरों के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाओं पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भी मनुष्य होता है। उनसे भी गलती हो सकती है। हमें इसके बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते कई वर्षों में पद्म पुरस्कार देते समय कई ऐसे उदाहरण आए, जिनमें डॉक्टर विदेश में बसने के बजाए देश में ही आदिवासी क्षेत्र में काम कर रहे हैं। डॉ लीला जोशी को चिकित्सा क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित करने का मौका मिला था। वे रतलाम जिले के आदिवासी क्षेत्र में महिलाओं में एनीमिया को कम करने का काम कर रहीं हैं। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में योग आयोग का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मामले में प्रदेश को पीछे नहीं रहने देंगे। एनएएस के सर्वे में मप्र पहले शिक्षा के क्षेत्र में 17वें नंबर पर था। अब पांचवें नंबर पर आ गया है। कोशिश है कि हम मप्र को पहले नंबर पर ले जाएं। इसके लिए हमने शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खोलने का फैसला किया है।शनिवार को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग के नवीन स्वास्थ्य संस्था भवनों के भूमि-पूजन कार्यक्रम आयोजिन किया गया। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश में मेडिकल टूरिज्म बढ़ेगा, तो अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी। इस दौरान राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य मंत्रीगण मौजूद रहे। राज्यपाल ने राष्ट्रपति का स्वागत भी किया।राष्ट्रपति ने किया भूमिपूजन और लोकार्पण
154 करोड़ 78 लाख की 8 शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के नए निर्माण भूमिजन किया।
72 करोड़ 3 लाख की लागत से 4 शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण। 55 करोड़ 63 लाख के 215 बेड के रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ रेस्पिरेटरी डिसीज,
84 करोड़ 94 लाख की लागत से 215 बिस्तरों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन ऑर्थोपेडिक्स, 32 करोड़ 34 लाख की लागत से हमीदिया अस्पताल का अधीक्षक कार्यालय ड्रग स्टोर का भूमिपूजन किया। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- आयुर्वेद और योग को किसी मजहब या धर्म से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है। वह ‘एक देश-एक स्वास्थ्य’ पर आरोग्य मंथन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा- किसी डॉक्टर के पास, दो मजहब के लोग जाएं। डॉक्टर यह कहे कि आप सुबह पांच बजे उठिए। मॉर्निंग वॉक करिए। योगासन कीजिए। डॉक्टर के कहने पर वो यह सब करेगा। यह नहीं कहता कि मेरा मजहब इसके आड़े आड़े आ रहा है, क्योंकि उसे अपने स्वास्थ्य की चिंता है। कहीं न कहीं, जो भ्रांतियां फैलाई जाती हैं, उस पर ध्यान देने की जरूरत है।
वैज्ञानिकों ने की वैक्सीन बनाकर मानव जीवन की रक्षा
राष्ट्रपति ने कहा- दो-ढाई साल में दुनिया अदृश्य महामारी के दौर से गुजरी। देश और दुनिया के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन बनाकर मानव जीवन की रक्षा की। वैज्ञानिकों का अभिनंदन करता हूं। दुनिया में इंडिया जितना सस्ता इलाज और कहीं नहीं। यही वजह है कि दिल्ली के अस्पतालों में भी देखें तो आसपास के पड़ोसी देशों से मरीज इलाज के लिए आते हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पत्नी सविता कोविंद के साथ विशेष विमान से शुक्रवार शाम भोपाल पहुंचे थे। आज शाम 5 से 6 बजे तक मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग के नवीन स्वास्थ्य संस्था भवनों के भूमि-पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति राजभवन के लिए वापस रवाना हुए। वह यहां विश्राम और भोजन करेंगे। शाम को फिर मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में कार्यक्रम में शामिल होंगे।
आज के बच्चे पिज्जा खाते, थम्स-अप पीते: राज्यपाल
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा- आज के बच्चे पिज्जा खाते हैं और थम्स-अप की बोतल साथ रखते हैं। खाना कैसे पचा सकेंगे? पहले लोग सात्विक-पौष्टिक आहार लेते थे और श्रम भी करते थे, इस वजह से स्वस्थ रहते थे। मजबूत राष्ट्र के लिए नागरिकों का बीमारियों से मुक्त होकर स्वस्थ और खुशहाल होना जरूरी है।
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा- आज के बच्चे पिज्जा खाते हैं और थम्स-अप की बोतल साथ रखते हैं। खाना कैसे पचा सकेंगे? पहले लोग सात्विक-पौष्टिक आहार लेते थे और श्रम भी करते थे, इस वजह से स्वस्थ रहते थे। मजबूत राष्ट्र के लिए नागरिकों का बीमारियों से मुक्त होकर स्वस्थ और खुशहाल होना जरूरी है।
हम जैसा खाते हैं, वैसा बनते हैं: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- स्वस्थ रहने के लिए योग और अन्न भी ठीक चाहिए। मैं किसी पर थोप नहीं रहा हूं। मेरा व्यक्तिगत विचार है। हम जैसा खाते हैं, वैसा बनते हैं। आंत-दांत देख लो, मुझे लगता है कि शाकाहार के लिए बनी है। यह बात मैं थोप नहीं रहा, मुख्यमंत्री के नाते नहीं कह रहा, नहीं तो कोई कहे कि मुख्यमंत्री ने यह बात कह दी। हम क्या खाएं और कैसा खाएं? इसका भी महत्व है। इस पर भी विचार करना पड़ेगा। CM ने कहा- हमने तीनों पद्धतियों का उपयोग कोविड से लड़ने के लिए प्रयोग किया। काढ़े का वितरण कर सबको उपयोग के लिए भी अनुरोध किया। योग से निरोग अभियान भी शुरू किया। आयुर्वेद, एलोपैथी और योग का भी हमने उपयोग किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- स्वस्थ रहने के लिए योग और अन्न भी ठीक चाहिए। मैं किसी पर थोप नहीं रहा हूं। मेरा व्यक्तिगत विचार है। हम जैसा खाते हैं, वैसा बनते हैं। आंत-दांत देख लो, मुझे लगता है कि शाकाहार के लिए बनी है। यह बात मैं थोप नहीं रहा, मुख्यमंत्री के नाते नहीं कह रहा, नहीं तो कोई कहे कि मुख्यमंत्री ने यह बात कह दी। हम क्या खाएं और कैसा खाएं? इसका भी महत्व है। इस पर भी विचार करना पड़ेगा। CM ने कहा- हमने तीनों पद्धतियों का उपयोग कोविड से लड़ने के लिए प्रयोग किया। काढ़े का वितरण कर सबको उपयोग के लिए भी अनुरोध किया। योग से निरोग अभियान भी शुरू किया। आयुर्वेद, एलोपैथी और योग का भी हमने उपयोग किया।
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