अमित शाह ने वर्चुअली निगरानी की, कहा- नशे के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति
बेंगलुरु। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को बेंगलुरु में ड्रग्स तस्करी और नेशनल सिक्योरिटी पर क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता की। सम्मेलन में दक्षिण के 5 और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के डेलीगेट्स शामिल हुए। इस दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में 1,235 करोड़ रुपए की 9,298 किलो ड्रग्स को जलाया गया।अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी निगरानी की। सम्मेलन में शिवमोग्गा में एक यूनिवर्सिटी खोलने के लिए नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी और कर्नाटक सरकार के बीच एक डील भी साइन हुई। सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार ने नशा मुक्त भारत बनाने के लिए नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। 1 जून 2022 से देश में आजादी का अमृत महोत्सव शुरू हुआ।
जिसके तहत 75 दिनों के अभियान में 75,000 किलो ड्रग्स नष्ट करने का टारगेट रखा गया था। हालांकि, हमने अब तक 8,409 करोड़ रुपए की 5,94,620 किलो ड्रग्स नष्ट की है, जो टारगेट से कई गुना ज्यादा है। इनमें से 3,138 करोड़ रुपए के (1,29,363 किलो) ड्रग्स सिर्फ एनसीबी ने नष्ट की है।अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स तस्करी केवल एक राज्य या केंद्र नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय समस्या है। इससे निपटने के लिए जिला और राज्य स्तर पर काम करने की जरूरत है। देश में ड्रग्स तस्करी का पूरा रैकेट है, इस पर नकेल कसने के लिए जांच करने की जरूरत है। शाह ने बताया कि 2006 से 2013 के बीच देश में ड्रग्स तस्करी के 1257 मामले दर्ज किए गए, जो 2014 से 2022 के बीच 152त्न बढक़र 3172 हो गए। वहीं, 2006 से 2013 के बीच गिरफ्तारियां 1362 से 260 प्रतिशत बढक़र 4888 हो गई। साल 2006 से 2013 के दौरान 1.52 लाख किलो ड्रग्स जब्त की गईं, जो 2014 से 2022 के बीच दोगुनी होकर 3.30 लाख किलो हो गईं। साल 2006 से 2013 के दौरान 768 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की गईं, जो 2014 से 2022 के बीच 25 गुना बढक़र 20,000 करोड़ रुपए हो गईं।