कर्नाटक। दिल्ली के जहांगीरपुर में हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर हुए हमले के बाद दक्षिण के दो राज्यों में हिंसा के मामले सामने आए हैं। कर्नाटक के एक पुलिस थाने पर शनिवार रात भीड़ ने पथराव कर दिया। इसमें एक इंस्पेक्टर सहित 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, आंध्र प्रदेश में भी हनुमान जयंती पर निकले जुलूस के दौरान हिंसा हो गई। इसमें 15 लोग घायल हो गए। कर्नाटक के धारवाड़ जिले के ओल्ड हुबली पुलिस थाने पर शनिवार रात भीड़ ने पथराव कर दिया। इसमें एक इंस्पेक्टर सहित 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा के बाद शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस मामले में करीब 40 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हुबली-धारवाड़ के पुलिस कमिश्नर लाभ राम ने बताया कि एक व्यक्ति ने मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किया था। इस पर अन्य लोगों ने आपत्ति जताई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, लेकिन लोग इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुए।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे
उस व्यक्ति के खिलाफ की गई कार्रवाई से असंतुष्ट बड़ी संख्या में लोग आधी रात के आसपास पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए और हंगामा करने लगे। उन्होंने थाने में पथराव और पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
एक अस्पताल और हनुमान मंदिर पर भी पथराव
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ छह मामले दर्ज किए गए हैं। अब स्थिति नियंत्रण में है और सभी जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा एक अस्पताल और हनुमान मंदिर पर भी पथराव की खबरें सामने आई हैं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा- आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘मैं साफ तौर पर बताना चाहता हूं कि जो कोई भी कानून अपने हाथ में लेगा, हमारी पुलिस उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। वे चाहे कोई भी हों, इसलिए जो भी इसके पीछे है और जिसने भी भीड़ को उकसाया है, उसे दंडित किया जाएगा। मैं ऐसी घटनाओं के पीछे के संगठनों से कहना चाहता हूं कि कानून न तोड़ें। कर्नाटक राज्य इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।’