दस पार्षदों ने पाली अध्यक्ष के खिलाफ रखा अविश्वास
कलेक्टर को सौंपा प्रस्ताव, भ्रष्टाचार और उपेक्षा का लगाया आरोप
बांधवभूमि, तपस गुप्ता
बिरसिंहपुर पाली। नगर पालिका परिषद पाली की अध्यक्ष श्रीमती ऊषा कोल के खिलाफ लंबे समय से पनप रहे असंतोष ने अब उग्र रूप धारण कर लिया है। यह लड़ाई उस समय गंभीर हो गई जब परिषद के 15 मे से 10 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के समक्ष प्रस्तुत कर दिया। उल्लेखनीय है कि बिरसिंहपुर पाली मे नगर पालिका का चुनाव अगस्त 2017 मे हुआ था। इस तरह अभी परिषद के कार्यकाल का पूरा एक वर्ष शेष है। भाजपा के पार्षदों का कहना है कि अध्यक्ष की हठधर्मिता और भ्रष्टाचार के कारण जनहित तथा नगर विकास के कार्य प्रभावित हो रहे हैं, ऐसे मे अब उनके सामने इसके अलावा कोई विकल्प शेष नहीं है। पार्षदों का रूख देख कर तो यही लगता है कि वे इस बार आर-पार के मूड मे हैं।
भाजपा-कांग्रेस एकजुट
अध्यक्ष श्रीमती ऊषा कोल को हटाने के लिये भाजपा और कांग्रेस एकजुट हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मुहिम का नेतृत्व उपाध्यक्ष रामधनी प्रधान कर रहे हैं। जानकारी मिली है कि अविश्वास प्रस्ताव मे हस्ताक्षर करने वाले दस पार्षदों मे 6 भाजपा, 3 कांग्रेस तथा 1 निर्दलीय हैं, जबकि कुछ और पार्षद अंदरूनी रूप से असंतुष्ट खेमे के सांथ हैं। मतलब यह है कि बहुमत पूरी तरह से अध्यक्ष के खिलाफ हो गया है। यदि सभी पार्षद अडिग रहे तो उनका जाना तय है। पार्षद अपने मकसद मे कामयाब होंगे या अध्यक्ष और भाजपा के डेमेज कंट्रोल से मामला फिर सुलझ जायेगा यह तो समय ही बतायेगा।
इसलिये नाराज हैं पार्षद
कई पार्षदों ने बांधवभूमि को बताया वे अध्यक्ष की मनमानी से तंग आ चुके हैं। नगर के वार्डो मे विकास के कार्य वर्षो से रूके हुए हैं। ठेकेदार मनमाने तरीके से गुणवत्ताहीन कार्य कर रहे हैं। यदि उनके खिलाफ अधिकारी कार्यवाही करने का प्रयास करते हैं तो अध्यक्ष उसमे भी अड़ंगा लगा देती हैं। इतना ही नहीं वे लगातार पार्षदों का अपमान और उपेक्षा करती चली आ रही हैं। चुनाव मे मात्र एक वर्ष रह गये हैं। यदि यही सब चलता रहा तो वे जनता को क्या मुंह दिखायेंगे।
प्राप्त हुआ है प्रस्ताव
जिले की नगर पालिका परिषद बिरसिंहपुर पाली के 10 पार्षदों ने अध्यक्ष के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। प्रस्ताव का परीक्षण करा कर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
संजीव श्रीवास्तव
कलेक्टर, उमरिया