दवा के आभाव मे विदा हुई शारदा
नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी की पत्नी को नहीं मिला इलाज, कराहते-कराहते गई जान
बांधवभूमि न्यूज, दीपू त्रिपाठी
बिरसिंहपुर पाली। राज्य सरकार नागरिकों के इलाज की सुविधाओं के कितने भी दावे करे पर जमीनी हकीकत इससे बिल्कुज जुदा है। जिले मे बड़े-बड़े भवन तो हैं, पर उनमे ना तो डाक्टर है, ना स्टाफ और नां ही दवायें। जिनसे मौके पर किसी की जान बचाई जा सके। कुछ ऐसा ही नजारा नगर के विशाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन मे एक बार फिर देखने को मिला जब प्रतिष्ठित व्यापारी इंदर लालवानी की पत्नि कराहते-कराहते इलाज के आभाव मे ईश्वर को प्यारी हो गई। बताया जाता है कि श्रीमती शारदा लालवानी को अस्वस्थ्य होने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे भर्ती कराया गया था। अस्पताल पहुंचने पर उन्हे ड्रिप तो चढ़ा दी गई, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। महिला की हालत लगातार बिगड़ती चली जा रही थी। इसी दौरान उन्हे बताया गया कि केन्द्र मे डाक्टर तक मौजूद नहीं हैं। जिसके बाद परिवार की बेचैनी बढ़ गई। वे यहां से वहां भागते रहे, गुहार लगाते रहे पर कुछ भी नहीं हुआ और अंतत: उनके घर के एक मुख्य सदस्य की सासें थम गई। इस घटना से लालवानी परिवार सदमे मे है, उन्हे इस बात का भी दुख है कि सक्षम होते हुए भी वे कुछ नहीं कर सके। सवाल उठता है कि पग-पग पर टेक्स देने वाली जनता को जब अच्छा इलाज तक न मिल सके तो इसमे किसका दोष है। आखिर किसी न किसी को इस नकारा सिस्टम की जिम्मेदारी तो लेनी ही होगी।
दवा के आभाव मे विदा हुई शारदा
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