दल और टिकट से ऊपर विंध्य
जिले मे पहुंची नारायण की जागरण यात्रा, कहा-अटल है नये राज्य का गठन
उमरिया, बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति मे अहम योगदान देने वाला विंध्य क्षेत्र आज घोर उपेक्षा के अंधकार मे डूबा हुआ है। खनिज और प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण होने के बावजूद यहां के लोग शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसी मामूली सुविधाओं से वंचित है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि विकास के लिये छोटे-छोटे राज्यों का गठन जरूरी है। फिर विंध्य प्रदेश तो मध्यप्रदेश से भी पुराना राज्य है। आज समय आ गया है कि हम एकजुटता के सांथ मिल कर लड़ाई लड़ें, तभी विंध्यप्रदेश की अवधारणा को साकार किया जा सकता है। उक्त आशय के उद्गार विंध्य जागरण यात्रा का नेतृत्व कर रहे मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने गांधी चौक मे आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इससे पूर्व श्री त्रिपाठी की यात्रा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मैहर से चल कर चंदिया पहुंची। जहां आयोजित मंचीय कार्यक्रम के उपरांत वे उमरिया के लिये रवाना हुए।
हर कुबौनी के लिये तैयार
उन्होने कहा कि विंध्य का निर्माण अटल है, इसे कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। नये राज्य के लिये यदि कोई कुर्बानी भी देनी पड़े तो वे इससे पीछे नहीं हटेंगे। नारायण त्रिपाठी ने कहा कि उन्हे दल और टिकट की चिंता नही है। मां शारदा की कृपा और आशीर्वाद से वे अपने दायित्वों का निर्वहन करते चले आ रहे हैं।
मंच हटने से बिफरे विधायक
श्री त्रिपाठी की अगली आमसभा गांधी चौक मे होनी थी, जिसके लिये बाकायदा मंच सजाया गया था परंतु उनके पहुंचने के पूर्व ही प्रशासन ने उसे हटवा दिया, जिससे विधायक काफी खफा हुए और बगैर मंच के ही अपना संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को जमकर खरी खोटी सुनाई और कहा कि विंध्य हमारी जन्मस्थली है। हमारे पूर्वजों का घर है और प्रशासन हमे अपनो से मिलने नहीं दे रहा है। जबकि प्रशासन के सूत्रों का कहना है कि गांधी चौक पर बिना अनुमति के गलत स्थान पर मंच लगाया गया था जिससे यातायात प्रभावित हो रहा था। इसी वजह उसे हटवा दिया गया।
गहमागहमी भरा माहौल
विंध्य जागरण यात्रा के जिले मे प्रवेश के सांथ ही भारी गहमागहमी की स्थिति निर्मित हो गई। इस दौरान रास्ते भर बड़ी संख्या मे पुलिस बल तैनात रहा। जगह-जगह बैरीकेट लगाये गये थे। स्टेशन चौराहा से लेकर गांधी चौक तक कई बार मैहर विधायक के काफिले को रोका गया। जिसके बाद वे वाहन से उतर कर पैदल ही कार्यक्रम स्थल की ओर जाने लगे। गांधी चौक मे नारायण त्रिपाठी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पणकर अपना उद्बोधन शुरू किया। उमरिया के बाद उन्होने करकेली मे कार्यक्रम को संबोधित किया।