आधी रात को खाली कराना पड़े गांव, घरों की छतों तक पहुंचा पानी
दमोह। दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक में मंगलवार सुबह करीब 5 बजे को एक जलाशय फूट गया। कुछ ही देर में पौड़ी और जेतगढ़ गांव डूब गए। दोनों गांव में घरों की छत तक पानी पहुंच गया। खेतों में फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई। सोमवार को पानी रिसने की सूचना पर कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने दोनों गांव को आधी रात को ही खाली करा लिया था। ग्रामीणों को आनन-फानन में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए।जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर जलाशय से सोमवार रात करीब 8 बजे पानी रिसना शुरू हुआ था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दे दी। तेंदूखेड़ा तहसीलदार मोनिका वाघमारे ने इसकी जानकारी जल संसाधन विभाग को दी। विभाग के अधिकारियों के साथ तारादेही थाना टीआई श्याम बेन मौके पर पहुंचे। कर्मचारियों की मदद से रिसाव वाले हिस्से को बंद करने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसकी जानकारी रात में ही कलेक्टर को दी गई। कलेक्टर ने गांव खाली कराने के निर्देश दे दिए।
अचानक उठकर जंगल की तरफ भागे
एक ग्रामीण महिला ने बताया कि रात में तेज बारिश हो रही थी। हमारा बहुत नुकसान हुआ है। ईंटें बनाकर रखी थीं, पानी में सब बह गई। खाना भी कुछ नहीं बचा है। एक अन्य महिला ने बताया कि जब पानी आया तो हम सो रहे थे, रात में पड़ोसियों ने बताया कि पानी आ गया है यहां से भागो तो हम लोग गांव से बाहर आए थे। बच्चों को लेकर जंगल की तरफ चले आए थे। पानी उतरने के बाद वापस लौटे तो घर का पूरा सामान बह गया था, कुछ भी नहीं बचा था। खाने के लिए अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। दूसरे गांव में बहन रहती है, वही खाना लेकर आई थी।
बकरी चराने वालों ने बताया तालाब का पानी आ रहा है
गांव पौड़ी के रहने वाले राजाराम सेन ने ही सबसे पहले जलाशल से पानी के रिसाव की जानकारी अधिकारियों को दी थी। उन्होंने बताया कि सोमवार को करीब 5 बजे बकरी चराने वाले जब गांव लौटे तो उन्होंने मुझे बताया कि तालाब का पानी नाले में आ रहा है। मैंने तुरंत थाने में एसआई को जानकारी दी। उसके बाद जलाशय योजना के अधिकारी और पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद अधिकारियों ने गांव को खाली करवाया।
दमोह में जलाशय फूटा, दो गांव डूबे
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