प्रसव पीडि़ता को ग्रामीणों ने लादकर पहुंचाया अस्पताल
बांधवभूमि, सोनू खान
शहडोल। सोहागपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत धनौरा मे ग्राम तुर्री-दलान में २५ वर्षीय गनपति बैगा पति मोहन बैगा को मंगलवार २५ जुलाई को सुबह-सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई तब ग्रामीणों ने खटिया में डंडे को रस्सी से बंधा कर कंधे के सहारे दो किलोमीटर की करीब ३०० फिट की पहाड़ी उतार के मुख्य सडक़ तक लाएं, इसके बाद आशा कार्यकर्ता आदि कि मदद से एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार ले जा रहे थें तभी रास्ते में बेम्हौरी के पास खराब सडक़ के कारण प्रसव हो गया, जिसके बाद प्रसव पीडि़ता गनपति बैगा को समीपस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेम्हौरी में ही रोका गया जहां उपस्थित नर्सों ने जांच कर स्थिति सामान्य बताई तब गनपति बैगा को बुढ़ार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, गनीमत है कि ऐसी अव्यवस्थाओं के बाद भी जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है। ग्रामीणों ने बताया कि सडक़ न होने से ऐसे ही स्थितियों का सामना करना पड़ता है, बीते वर्षों में अस्पताल ले जाते समय कई बुजुर्ग मर चुके हैं और कई गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी बिगड़ चूका है। कई शिकायतों के बाद भी कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहें।
पिछले साल कलेक्टर को बुला कर दिखाई थी समस्या
मालुम हो कि बीते वर्ष धनौरा ग्राम पंचायत के ही तुर्री-दलान गांव में कई आदिवासियों की मौत गंदा पानी पीने और गंदा खाना खाने से हुए उल्टी-दस्त से हुई थी जिसके बाद दवाब बना तो शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य, एसडीएम प्रगति वर्मा, तहसीलदार दीपक पटेल और सीएमएचओ रामस्नेही पांडे धनौरा पहुंचे थे तब बैगा महिलाएं कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों को जबरदस्ती हांथ पकड़ के ऊपर घाट तक लेकर गईं और समस्या दिखाई थीं, तब कलेक्टर ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही गांव के लिए व्यवस्थित पहुंच मार्ग बनवा दिया जाएगा, इसके बाद आज भी समस्या जस की तस है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। तुर्री-दलान के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में १२९६ मतदाता हैं। कुल जनसंख्या करीब ढ़ाई हजार है।