तीसरी लहर बच्चों पर बरपायेगी कहर

तीसरी लहर बच्चों पर बरपायेगी कहर
दिल्ली के सीएम ने केन्द्र से कहा, सिंगापुर के विमानो की आवाजाही पर रोक लगायें
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरङ्क्षवद केजरीवाल ने कहा कि ङ्क्षसगापुर में मिले नए स्ट्रेन से भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आ सकती है और यह बच्चों को अधिक प्रभावित करेगी। उन्होंने केंद्र सरकार से यह भी अपील की है कि ङ्क्षसगापुर से विमानों की आवाजाही रोक दी जाए। दिल्ली के मुख्यमंत्री की ओर से यह आशंका जाहिर किए जाने के बाद से अभिभावकों की ङ्क्षचताएं बढ़नी लाजिमी है, क्योंकि नया स्ट्रेन बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। ङ्क्षसगापुर ने पहले दुनिया को सचेत कर दिया है। कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से यह संक्रामक वायरस कई बार अपना रूप बदल चुका है। वैसे तो यह वायरस आमतौर पर बुजुर्गों और दूसरी बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर कहर बनकर टूटा है, लेकिन ङ्क्षसगापुर में जो इसका नया स्ट्रेन मिला है वह बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है।
दिल्ली मे हो चुकी 2 बच्चों की मौत
इससे पहले दिल्ली मे संक्रमण के कारण दो बच्चों की मौत हो गई थी। कोरोना से 5 साल की परी और एक 9 साल के क्रिशु की मौत हो गई। इन दोनों बच्चों का इलाज दिल्ली के जीटीबी (गुरु तेग बहादुर) अस्पताल मे चल रहा था। 5 साल की परी संक्रमित होने के बाद छह दिन तक वेंटिलेटर पर रही। इलाज के दौरान पिछले बुधवार को उसकी मौत हो गई। वहीं, 9 साल के क्रिशु की भी मौत कोरोना की वजह से हुई। परिजन बताते हैं कि बुधवार को अचानक से क्रिशु की तबीयत बिगड़ी उसके बाद जीटीबी अस्पताल में एडमिट कराया गया। जहां गुरु वार सुबह उसकी मौत हो गई है।
सिंगापुर मे स्कूल बंद
रविवार को ही सिंगापुर ने नए वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। ङ्क्षसगापुर के एजुकेशन मिनिस्टर चन चुन ङ्क्षसग ने कहा, कुछ (वायरस) म्यूटेशन कहीं अधिक आक्रामक हैं और ऐसा लगता है कि ये छोटे बच्चों पर अधिक हमला कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि जो बच्चे संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से कोई गंभीर रूप से बीमार नहीं है और कुछ को हल्के लक्षण हैं। रविवार को ङ्क्षसगापुर में सितंबर मध्य के बाद से सबसे अधिक ३८ केस मिले, जिनमें से १७ का आपस में कोई संबंध नहीं है। संक्रमितों में ४ बच्चे भी शामिल हैं, जोकि एक ट्यूशन सेंटर में पढ़ते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा कि १६१७ स्ट्रेन बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि कितने बच्चे इससे संक्रमित हो चुके हैं।
कर्नाटक मे बढ़े मामले
कर्नाटक में तीसरी लहर आने से पहले ही बच्चों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। दूसरी लहर के दौरान ही कर्नाटक में बच्चों के अंदर संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, जबकि विशेषज्ञों का अनुमान है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक हो सकती है। कोरोना की पहली लहर के दौरान ९ मार्च से २५ सितंबर २०२० के बीच १० साल से छोटे बच्चों के १९,३७८ केस और ११ से २० साल के बच्चों के ४१,९८५ मामले सामने आए थे। कोरोना की दूसरी लहर में सारे रिकॉर्ड टूटते नजर आ रहे हैं। महज १५ दिन में अब तक १९ हजार बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों में कोरोना के अजीब लक्षण नजर आ रहे हैं, जिसमें लगभग १० साल की आयु के बच्चों में गैस्ट्रोएंटेराइटिस भी शामिल है। कुछ मामलों में बच्चों में चकत्ते और अन्य त्वचा रोग होते हैं।कर्नाटक में बच्चों में बढ़ते संक्रमण को लेकर सरकार अलर्ट है।

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