तापस बेष बिसेषि उदासी, चौदह बरिस रामु बनबासी

कार्यक्रम: अखड़ार मे श्रीराम कथा महोत्सव का विशाल आयोजन, भक्तिमय हुआ समूचा क्षेत्र
तापस बेष बिसेषि उदासी, चौदह बरिस रामु बनबासी
श्रीराम के लिये वनवास मांंगते ही व्यथित हुआ जन समुदाय, भावपूर्ण प्रसंग से हुए विभोर
बांधवभूमि, उमरिया
जिले की चंदिया तहसील अंतर्गत ग्राम अखड़ार मे आयोजित श्री राम कथा महोत्सव ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय बना दिया है। विगत 19 मार्च 2022 से शुरू हुए इस धार्मिक कार्यक्रम मे रोजाना भगवत चरित्र पर चर्चा हो रही है। श्री चित्रकूट धाम से पधारे विख्यात कथा वाचक पं. श्री धर्मेन्द्र अवस्थी का जीवंत प्रवचन श्रद्धालुओं को जैसे साक्षात रामराज की सैर करा रहा है। शनिवार को महारानी कैकेई ने जैसे ही महाराज दशरथ से भरत के लिये राज और श्रीराम के लिये वनवास का वरदान मांगा उपस्थित जनसमुदाय व्यथित हो उठा। व्यासपीठाधीश पं. अवस्थी जी ने उक्त संदर्भ की सजीव व्याख्या करते हुए कहा कि श्री राम कथा मनुष्य को उसके कर्तव्यों बोध कराती है। इसका सानिध्य मानव, समाज और राष्ट्र के लिये प्रेरणादायी है, इसे आत्मसात करने से सुखमय जीवन और मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। नौ दिवसीय कथा का भव्य समापन 27 मार्च को होगा, जबकि 28 मार्च को हवन व भंडारे का आयोजन किया जायेगा है।
घर-घर मे बन रहा प्रसाद
श्रीराम कथा के आयोजन से अखड़ार सहित पूरे क्षेत्र मे उत्सव का वातावरण निर्मित हो चला है। लोग स्वप्रेरित हो कर पंडाल मे कारसेवा कर रहे हैं। इतना ही नहीं महिलायें अपने हाथों से भोग प्रसाद बना भेज रही हैं। जिन्हे श्रद्धालुओं मे वितरित किया जाता है। इस आयोजन मे श्री बजरंग धाम सेवा समिति अखडार के अध्यक्ष बिजेन्द्र तिवारी, अनंतराम मिश्र, सरपंच सतेंद्र प्रताप सिंह, शेषप्रताप सिंह, गुरुदेव तिवारी, नारायण सिंह, विनायक तिवारी, मंटूराम बारी, बैजनाथ असाटी, अजय असाटी, रूपलाल साहू, जमुना राय, अंजनी मिश्रा, सुरेश तिवारी, कमलेश्वर तिवारी, शेषमणी कुशवाहा सहितअन्य पदाधिकारियों का विशेष योगदान है।
हथेलियों पर चल कर पहुंचे संत
ग्राम अखडार के तालाब मंदिर परिसर स्थित बड़े हनुमान जी के दरबार मे हो रही श्री रामकथा मे नर्मदाखंड के महान संत त्यागी जी महाराज का आगमन हुआ, जिनकी की भव्य अगवानी की गई। संत के लिये श्रद्धालुओं ने अपनी हथेलियां बिछाईं जिन पर चल कर वे 300 मीटर दूर हनुमान जी के दरबार तक पहुंचे। इसके उपरांत कथावाचक पं. श्री धर्मेन्द्र अवस्थी जी महाराज एवं संत त्यागी जी महाराज को रथ पर बैठा कर शोभायात्रा निकाली गई। इस यात्रा का जगह-जगह भावपूर्ण स्वागत किया गया। श्रीराम कथा के अगले दिन संत फक्कड़ बाबा का आगमन हुआ। उन्हे भी आयोजन समिति तथा श्रद्धालुओं ने अपनी हथेलियों पर लेते हुए मंदिर तक पहुंचाया। इस दौरान बड़ी संख्या मे लोगों ने कथा पंडाल मे फक्कड़ बाबा का दर्शन लाभ प्राप्त किया।

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