चेन्नई। 2023 में सोमवार को तमिलनाडु विधानसभा का पहला दिन हंगामेदार रहा। सत्ताधारी द्रमुक के सहयोगियों ने राज्यपाल आर.एन. रवि के खिलाफ नारेबाजी कर सदन से वॉकआउट किया। सदस्यों ने तमिलनाडु अमर रहे और राज्यपाल की निंदा करें जैसे नारे लगाए। राज्यपाल द्वारा हाल ही में तमिलनाडु को तमिझगम कहने पर सदस्य नाराज थे और यह मुद्दा पिछले कुछ दिनों से राज्य में गर्माया हुआ है। उन्होंने राज्य के लिए एक अलग नाम सुझाने के उनके अधिकार पर सवाल उठाकर उन पर राज्य की राजनीति में अनावश्यक रूप से हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। एमडीएमके और माकपा सदस्यों ने राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ऑनलाइन जुए में नुकसान के कारण लोगों की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार है क्योंकि उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग के खिलाफ विधानसभा द्वारा पारित विधेयक को मंजूरी नहीं दी थी। पीएमके सदस्यों ने भी नारेबाजी कर बैनर उठाकर राज्यपाल से ऑनलाइन जुए के खिलाफ विधेयकों को मंजूरी देने की मांग की। राज्यपाल ने 2023 के सत्र के पहले दिन अपने पारंपरिक संबोधन में अपने भाषण के 65वें पैराग्राफ को छोड़ दिया जिसमें शासन के द्रविड़ मॉडल के साथ-साथ द्रविड़ नेताओं का उल्लेख किया गया था।
तमिलनाडु विधानसभा में राज्यपाल के खिलाफ हुई नारेबाजी
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