538 झोपड़ियां नष्ट, चेतावनी जारी
चेन्नई। तमिलनाडु में मानसून के जाने के बाद भी बारिश कोहराम मचाए है। बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस दौरान पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि 538 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं 4 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री ने बताया कि अगर यहां पर बारिश तेज होती है तो और ज्यादा नुकसान होने की आशंका है। अभी यहां के मदुरै में भारी जारी है। जिला कलेक्टर ने मदुरै में सथायार बांध में जलस्तर का निरीक्षण किया है।
चेन्नई में भारी बारिश से हालात बेकाबू हो गए हैं, लोगों के घरों तक पानी घुस गया है। दक्षिण में स्थिति इस राज्यों में पिछले 2 दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते लोगों को जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। मूसलाधार बारिश के बाद जलभराव की समस्या बढ़ गई है। निचले इलाकों में स्थित मकानों में पानी घुस गया है। भारी बारिश के कारण अग्रहारम, कोरात्तूर क्षेत्र में बारिश का पानी घरों में घुसा गया है। बता दें कि तमिलनाडु की राजधानी छह साल पहले भी अत्यधिक बारिश के बाद तबाही झेल चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर मानसून के चलते 9-12 नवंबर तक आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। तमिलनाडु के मदुरै जिले में भारी बारिश के चलते स्कूल और कालेज बंद हैं। मंगलवार को जिला कलेक्टर ने इसका ऐलान किया था। भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है। मदुरै में 22 व्यक्तियों वाली राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को तैनात किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
तमिलनाडु में बारिश का कोहराम, 5 की जान गई
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