डॉग स्कवाड ने पकड़ा बाघ का शिकारी

उमरिया/बांधवभूमि

जमुनिहा मामले मे मिले अहम सुराग, कई आरोपियों ने दिया था घटना को अंजाम
बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व से सटे शहडोल जिले के ग्राम जमुनिहा मे नाले के पास बाघ का शिकार करने वाले एक आरोपी को दबोच लिया गया है। बांधवगढ़, जबलपुर तथा वन विभाग शहडोल की डॉग स्क्वाड टीमो ने कल घटना स्थल के पास ही खेत मे बैठे गोरेलाल पिता राजू कोल निवासी ग्राम जमुनिहा तहसील ब्यौहारी जिला शहडोल को घेर लिया। बताया गया है कि पकड़े जाने के बाद इस आरोपी ने जांच दल को कई अहम सुराग दिये हैं, जिसके मुताबिक इस घटना मे कम से कम 4 लोगों का हांथ है। सूत्रों ने बताया आरापियों द्वारा सुअर अथवा अन्य जंगली जानवरों के शिकार के लिये बिजली की हाईटेंशन लाईन से जोड़ कर तार बिछाई गई थी, जिसकी चपेट मे आकर बाघ की मौत हो गई। घटना के बाद आरोपियों ने बाघ को जमुनिहा गाव के पास एक नाले मे दफना दिया था। बांधवगढ़ नेशनल पार्क के क्षेत्र संचालक विन्सेंंट रहीम ने बताया कि घटना नार्थ शहडोल रेंज की होने से आरोपी को संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है, जिनके द्वारा इस मामले मे आगे की कार्यवाही की जा रही है।
गश्तीदल को मिला था शव
गौरतलब है कि विगत रविवार को गश्ती दल द्वारा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अंतर्गत पनपथा बफर की सीमा से लगे शहडोल जिले के ब्योहारी रेंज के जमुनिहा गांव मे रेत के नीचे दबा एक बाघ का शव बरामद किया गया था। कर्मचारियों द्वारा तत्काल सूचना दिये जाने पर वन विभाग शहडोल और बांधवगढ़ नेशनल पार्क के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। विभागीय अधिकारियों द्वारा पीएम आदि कार्यवाही के उपरांत नियमानुसार मृत बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
तीन टीमो ने शुरू की पड़ताल
घटना को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग ने जांच शुरू की। इसके लिये बांधवगढ़ नेशनल पार्क, जबलपुर एसटीएफ तथा शहडोल वन मण्डल की डॉग स्क्वाड को बुलाया गया। बताया जाता है कि डॉग स्क्वाड की टीम ने नाले के पास पहुंचने के बाद गंध के आधार पर थोड़ी ही दूर खेत मे बैठे आरोपी को तलाश लिया। कड़ी पूछतांछ मे आरोपी गोरेलाल से राज उगलने शुरू कर दिये। अधिकारियों का कहना है कि बाघ की हत्या और शव को छिपाये जाने के मामले मे शामिल अन्य लोगों को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
करंट से शिकार के मामले बढ़े
बीते कुछ दिनो से करंट फैलाकर जंगली जीवों का शिकार करने के मामलों मे काफी तेजी आई है। विगत 6 नवंबर को शहडोल दक्षिण वन मण्डल के गोहपारू रेंज मे बाघ का शिकार कर उसकी खाल, नाखून, दांत आदि बेंचते हुए आरोपियों को पकड़ा गया था। जिसके महज 8 दिन बाद ही ब्यौहारी रेंज मे रेत के नीचे पाये गये वयस्क बाघ के शव की घटना ने जिले के वन्यजीव प्रेमियों को चिंता मे डाल दिया है। उनका मानना है कि ये घटनायें इलाके मे सक्रिय शिकारियों की मौजूदगी और उनकी गतिविधियों का साफ संकेत दे रही हैं। सांथ ही इससे बांधवगढ़ और आसपास के क्षेत्रों मे विचरण करने वाले बाघ और अन्य दुर्लभ वन्यजीवों के लिये नया संकट खड़ा हो गया है।

 

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