घोघरी के बाद खुली मगर जलाशय के घटिया निर्माण की पोल, ग्रामीणो ने की शिकायत
बांधवभूमि, उमरिया
जिला प्रशासन अभी घोघरी जलाशय मे आये रिसाव की समस्या से जूझ ही रहा था कि इसी क्षेत्र मे करोड़ों की लागत से बनाये गये मगर जलाशय के ठेकेदार द्वारा की गई हरकत से इसके भी बहने का खतरा पैदा हो गया है। बताया जाता है कि बारिश मे पानी के दबाव को कम करने के लिये ग्राम पंचायत मगर मे बने जलाशय को ठेकेदार ने पहले ही तोड़ दिया था। जब लगातार बारिश हुई और पानी बढ़ा तो उसी टूटे हुए हिस्से से सारा पानी बह गया। गांव के लोगों ने इसकी जानकारी जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग को दी है। जिनके द्वारा मामले की जांच की जा रही है। गांव के लोगों ने बताया कि ठेकेदार ने वेस्ट वियर के पहले एक छोटा रास्ता बना दिया था। जब बारिश हुई और जलाशय का जल स्तर बढ़ा तो पानी के बहाव से रास्ता चौड़ा होता गया। पानी बहने के कारण जलाशय लगभग पूरी तरह खाली हो चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जलाशय मे पानी नहीं बचेगा तो उसके निर्माण का औचित्य ही क्या रहेगा।
विवादों का निर्माण
उल्लेखनीय है कि शुरूआत से ही मगर जलाशय विवादों मे रहा है। निर्माण मे धांधली और गुणवत्ताहीन कार्य की कई बार शिकायतें हुईं, परंतु ना ही विभाग और न प्रशासन ने उन पर कोई ध्यान दिया। जिसका नतीजा सबके सामने हैं। करोड़ों रूपये की लागत और किसानो की भूमि लेने के बावजूद पानी न होने से बांध किसी काम नहीं रहेगा।
गड़बड़ी को ढांकने की कोशिश
जानकारी के मुताबिक मगर जलाशय का निर्माण करने वाले ठेकेदार को इस बात इल्म था कि बारिश मे यह बह जायेगा। इसलिए उसने पहले से ही बचाव का रास्ता तैयार कर लिया, ताकि जलाशय मे पानी कम रहे। जानकारों ने बताया कि जब ओवर फ्लो को निकालने के लिए वेस्ट वियर की व्यवस्था है तो बांध को तोडऩे की जरूरत ही क्या थी। कुल मिलाकर ठेकेदार ने ऐसा कर के गड़बड़ी को ढांकने की कोशिश की। अब देखना यह है कि विभाग और प्रशासन इस फर्जीवाड़े पर क्या एक्शन लेता है।
घोघरी बांध पर आया खतरा टला, लौटे ग्रामीण
इस बीच घोघरी जलाशय से रिसाव के बाद एहतियातन खाली कराये गये 3 गांवों के 350 परिवार रात गुजारने के बाद वापस लौट आये हैं। बारिश का दौर थमने से जलाशय पर आया खतरा फिलहाल टल गया है। विभागीय अमले की निगरानी मे जलाशय के पूर्वी क्षेत्र मे मशीन से कट लगाया जा रहा है। जिसके बाद क्षमता से अधिक पानी जलाशय से बाहर हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि लगातार बारिश से घोघरी जलाशय लबालब हो गया था। जिसकी वजह से कुछ जगहों से सीपेज हो रहा था। यह जानकारी मिलते ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव सहित प्रशासन और जलसंसाधन विभाग के अधिकारी रविवार की रात मौके पर पहुंच गये। इसी सतर्कता की वजह से जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
ठेकेदार ने ही तोड़ दिया बांध
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