सदी-खांसी और जुकाम के मरीजों को महामारी का सता रहा डर
उमरिया। नवंबर के पहले सप्ताह से ही मौसम मे सर्दी का आक्रमण सेहत के लिये नुकसानदायक साबित हो रहा है। बीते एक सप्ताह के भीतर जिले मे सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम के मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ी है। समस्या यह है कि ऐसी ही शिकायत कोरोना के संक्रमण के दौरान भी होती है, यही बात रोगियों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले करीब 3-4 दिनो से जिले का तापमन एकदम से गिर कर न्यूनतम 9.1 पर जा पहुंचा है। बीते अक्टूबर महीने के अंत तक अधिकतम तापमान 32 और 33 के बीच बना हुआ था, जबकि न्यूनतम पारा 14 और 15 के आसपास रहा। वहीं बीते साल नवंबर के पहले सप्ताह मे अधिकतम तापमान 29-32 और न्यूनतम 19-20 के करीब दर्ज किया गया। अर्थात इस बार ठंड कुछ पहले ही लौट आई है। वहीं अधिकतम तापमान पहले के मुकाबले कुछ कम है।
मरीजों की संख्या मे कमी
संतोष की बात यह है कि जिले मे पिछले दो महीनों की तुलना मे कोरोना संक्रमितों की संख्या मे कमी आई है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 23 मार्च से 31 अगस्त जिले मे जहां कुल 128 मामले आये थे वहीं सितंबर मे इनकी संख्या बढ़ कर 470 हो गई। जो कि 15.66 औसत प्रतिदिन था। अक्टूबर मे यह तादाद घट कर 346 याने प्रतिदिन औसत 11.16 मरीज हो गई। जबकि नवंबर महीने की 8 तारीख तक जिले मे 60 नये मामले सामने आये हैं। याने नवंबर मे प्रतिदिन औसत 7.5 नये मरीज सामने आ रहे हैं। कल शाम तक जिले मे कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1004 हो गई है। जिनमे से 932 मरीज स्वस्थ्य हो कर जा चुके हैं। 12 लोगों की महामारी से मौत हुई है वहीं 60 एक्टिव रोगियों का विभिन्न कोविड केयर सेंटरों तथा होम आईसोलेशन के जरिये इलाज किया जा रहा है।
प्रशासन ने बढ़ाया ऐहतियात
ठंड का मौसम आने तथा विशेषज्ञों द्वारा इस सीजन मे कोरोना संक्रमण बढऩे की आशंका जताने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। सूत्रों के मुताबिक अब तक होम आईसोलेशन की अनुमति बीएमओ द्वारा परिस्थिति के अनुसार दी जाती थी, जिसे अब संबंधित अनुभाग के एसडीएम के जिम्मे सौंप दिया गया है। अब एसडीएम द्वारा होम आईसोलेशन की अनुमति मरीजों की जांच कराने के बाद, उनके घर मे पर्याप्त व्यवस्था तथा अन्य पहलुओं पर विचार करने व संतुष्टि के उपरांत ही दी जायेगी। अन्यथा उन्हे कोविड केयर सेंटर मे रखा जायेगा।
सावधान रहें जिलेवासी
सर्दियों मे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। वहीं बच्चों, बुजुर्गो, कमजोरों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिये दिक्कतें बढ़ती हैं। इसे ध्यान मे रखते हुए जिलेवासी जरा भी लापरवाही न बरतें। कोरोना का संक्रमण अब ज्यादा जोखिम भरा होगा अत: मास्क, सोशल डिस्टेन्सिंग आदि सभी उपायों का पालन करें।
संजीव श्रीवास्तव
कलेक्टर, उमरिया