जिले मे शुरू नहीं हुआ मूल्यांकन
औपचारिकता मे बीता पहला दिन, लापरवाही के कारण आ रही समस्या
बांधवभूमि, उमरिया
मण्डल के निर्देशानुसार शनिवार 5 मार्च से जहां पूरे प्रदेश मे हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य शुरू हो गया है, वहीं जिले मे प्रथम चरण का पहला दिन खानापूर्ति और औपचारिकताओं मे बीत गया। स्थानीय उत्कृष्ट विद्यालय मे इसे लेकर कोई गतिविधि नहीं हुई। सूत्रों के मुताबिक लापरवाही और गंभीर तैयारियां न होने के कारण मूल्यांकन का काम अभी एक दो दिन और सुस्त ही रहेगा। जानकारों का मानना है कि विभाग द्वारा मूल्यांकनकर्ताओं की नियुक्ति जैसी समस्त कार्यवाहियां समय पर पूर्ण करने के बावजूद कार्य शुरू न होने का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ सकता है। क्योंकि जैसे-जैसे इसमे देरी होगी, वेल्यूवरों पर दबाव बढ़ता जायेगा और अंत मे जल्दबाजी के कारण सही मूल्यांकन नहीं हो पायेगा।
मनमानी का कार्यकाल
उल्लेखनीय है कि बोर्ड परीक्षाओं के कापियों की जांच के लिये श्रीमती प्रतिभा सिंह परिहार को शिक्षा विभाग द्वारा मूल्यांकन अधिकारी नियुक्त किया गया है। जो करीब 25 सालों से उत्कृष्ट उमावि की प्राचार्य पद पर पदस्थ हैं। उन पर इससे पहले भी मनमानी, अनियमितता और लापरवाही के आरोप लगते रहे हैं। इस बार उनकी लापरवाही छात्रों पर कितनी भारी पड़ेगी यह आने वाला समय तय करेगा।
नियुक्ति पत्र जारी
बताया गया है कि शिक्षा विभाग द्वारा बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन हेतु जिले के 334 शिक्षकों को पूर्व मे ही नियुक्ति पत्र जारी कर दिये गये हैं। मण्डल द्वारा इस बार मूल्यांकन प्रक्रिया मे कई अहम बदलाव किये गये हैं। इनमे सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा मे प्राप्त अंकों का ऑनलाईन प्रेषण है। इसके लिये मण्डल द्वारा मूल्यांकन केन्द्राध्यक्षों को एक साफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है। जिसके माध्यम से मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा प्रतिदिन जांची गई उत्तर पुस्तिकाओं की प्रविष्टि की जायेगी। इसी के आधार पर परीक्षा फल तैयार किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले तक यह समस्त कार्य ऑफलाईन किया जाता था।
आपरेटरों का विकल्प
शासन द्वारा स्कूल की कॉपी जांचने पर शिक्षकों को राशि का निर्धारण भी किया गया है। जानकारी के अनुसार मूल्यांकनकर्ता को हाईस्कूल की कापी जांचने पर 12 रूपये दिये जायेंगे। जबकि हायर सेकेंडरी की कॉपी के लिए उन्हे 13 रूपये देय होंगे। कम्प्यूटर पर अंक चढ़ाने के लिए शिक्षकों की ही ड्यूटी लगाई जाएगी। अगर इसमे किसी तरह की कोई दिक्कत आती है तो अंक चढ़ाने के लिए ऑपरेटर को बुलाया जायेगा। हलांकि इस कार्य मे प्राथमिकता शिक्षकों को ही मिलेगी।