जिले में कार्य की संभावनाएं और चुनौतियां भरपूर
निवर्तमान कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी को भावभीनी विदाई, नवागत बीके मौर्य का स्वागत
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के निवर्तमान कलेक्टर डॉ.केडी त्रिपाठी को गत दिवस कलेक्टरेट सभागार मे भावभीनी विदाई दी गई। इस मौके कर पूर्व कलेक्टर डॉ. त्रिपाठी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उमरिया खूबसूरत वादियों से आच्छदित है। यहां का बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व अपनी विशेष पहचान रखता है, जिसके कारण बड़ी संख्या मे दुनिया भर से सैलानी जिले में पर्यटन के लिए आते है । जिला क्षेत्रफल एवं जनसंख्या की दृष्टि से छोटा जरूर है, लेकिन यहां कार्य की संभावनाएं एवं चुनौतियां भरपूर है। श्री त्रिपाठीं ने कहा कि उन्होंने अपने छोटे से कार्यकाल में सबके सहयोग से विकास को गति देने का प्रयास किया। सिकल सेल एनीमिया, फाईलेरिया उन्मूलन, जिला मुख्यालय की जीवन रेखा उमरार नदी के पुनर्राेध्दार, कुपोषण अभियान को गति देने, जल जीवन मिशन तथा राजस्व विभाग मे सीमांकन जैसे विभिन्न कार्य शुरू किए। वहीं प्रशासनिक सुधार हेतु हर ग्राम पंचायत मे सचिव की नियुक्ति, एक पटवारी के पास अधिकतम दो हल्कों का प्रभार जैसी पहल को अमल मे लाने का प्रयास किया । इसके पीछे आम जन की समस्याओं का स्थानीय स्तर पर निराकरण तथा शासन की योजनाओं का लाभ प्रभावी रूप से उन तक पहुंचाने की मंशा थी। इस अवसर पर नवागत कलेक्टर बुध्देश कुमार वैद्य का स्वागत किया गया। कार्यक्रम मे सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी, अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम, एसडीएम मानपुर कमलेश पुरी, डिप्टी कलेक्टर मीनाक्षी इंगले सहित विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
आगे भी जारी रहेगा विकास का क्रम
कलेक्टर बुध्देश कुमार वैद्य ने कहा कि प्रशासन का पहला दायित्व शासकीय योजनाओं के माध्यम से आम जन के जीवन में बदलाव लाने का है । ऐसा कर पाना तभी संभव है, जब जिले के समस्त अधिकारी, कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन मेहनत एवं निष्ठा के साथ करें। पूर्व कलेक्टर द्वारा जिले के विकास का जो क्रम शुरू किया गया था, उसे आगे भी निरंतर रखा जाएगा। उन्होंने स्थानांतरित कलेक्टर तथा उनके परिवार जनों के उज्जवल भविष्य तथा नई जिम्मेदारियों के निर्वहन की शुभकामनाएं दी।
अधिकारियों को मिली नई दिशा
अपने उद्बोधन में सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी तथा अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम ने कहा कि पूर्व कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी ने योजनाओं को व्यवस्थित रूप देने के लिए स्वयं माइक्रो प्लानिंग तैयार की तथा उनका क्रियान्वयन कराया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, जल जीवन मिशन, पेसा एक्ट तथा शासकीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर सदैव जोर दिया। विभागों की सूक्ष्म मानीटरिंग की जिससे अधिकारियों को कार्य करने की नई दिशा मिली। इस अवसर पर एसडीएम मानपुर कमलेश पुरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके मेहरा, आजीविका परियोजना के जिला समन्वयक प्रमोद शुक्ला ने भी विचार व्यक्त किये। संचालन सुशील मिश्रा द्वारा किया गया ।