जितनी दूरी, उतना लें किराया

कलेक्टर ने तय किया बसों का भाड़ा, आटो पर भी लगाया प्रतिबंध
उमरिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बस मे सफर करने वाले यात्रियों से निर्धारित भाड़ा वसूलने के लिये गाईडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक बस संचालक तय दर से अधिक पैसा नहीं वसूल सकेंगे। इतना ही नहीं उन्हे बस स्टेण्ड पर जिले से विभिन्न स्थानो के लिये भाड़े की सूूची चस्पा करने के निर्देश भी दिये हैं, ताकि लोग यात्रा करने से पूर्व किराये की जानकारी प्राप्त कर सकें। इस सबंध मे चर्चा के लिये कल कलेक्ट्रेट सभागार मे एक बैठक आयोजित की गई। जिसमे कलेक्टर श्री श्रीवास्तव के अलावा पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल, अपर कलेक्टर अशोक ओहरी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी उमरिया, पाली सहित अनेक बस ऑपरेटर्स उपस्थित थे।
ये हैं शासन के निर्देश
इस मौके पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि शासन द्वारा प्रथम पांच किलोमीटर यात्रा हेतु सात रूपये तथा उसके बाद प्रत्येक किलोमीटर के लिये एक रूपये की दर से किराया निर्धारित किया गया है। इसका आशय है कि यात्री द्वारा जितने किमी की यात्रा की जाय उससे दो रूपये अधिक किराया ही लिया जा सकता है। सांथ ही यात्रियों को टिकट भी उपलब्ध करानी होगी।
बाहर परिवहन करने वाले आटो पर कार्यवाही
बैठक मे आटो संचालकों द्वारा नगर से बाहर यात्री परिवहन पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जो आटो जिस नगरीय निकाय के लिए पंजीकृत है, उस पर वहां का नाम लिखाया जाय। ये आटो संबंधित नगरीय क्षेत्र मे ही यात्रियों का परिवहन कर सकेंगे। नगरीय क्षेत्र के बाहर परिवहन करते पाये जाने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होने मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को यात्री प्रतीक्षालय मे किराया सूची चस्पा करानें तथा अपने क्षेत्र के बाहर यात्री परिवहन करते पाये जाने पर संबंधित आटो संचालकों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
आई थी शिकायत
गौरतलब है कि बीते दिनो यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलने की शिकायत पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिला मुख्यालय के बस स्डेण्ड का निरीक्षण कर यात्रियों से अनेक विषयों पर चर्चा की थी। इस दौरान उनके द्वारा बस संचालकों तथा स्थानीय अधिकारियों को सभी रूट का उचित भाड़ा निर्धारित कर किराये की सूची चस्पा करने का निर्देश दिया गया था।
कैसे चलायें बस
कोरोना के कारण महीनो तक बसें बंद रहने से ऑपरेटर आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। वहीं डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऊपर से आटो और मैजिक के अलावा मालवाहक पिकप भी धड़ल्ले से जिले भर मे सवारियां ढो रहे हैं। यदि अवैध वाहनो मे यात्री परिवहन पर रोक नहीं लगती तो बसों का संचालन बेहद मुश्किल होगा।
भूपेन्द्र सिंह
संचालक गहरवार बस, उमरिया

 

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