उमरिया। मिट्टी एवं माश्चर का संरक्षण के बिना मानव जीवन भी खतरे मे आ सकता है, जल संरक्षण को जन अभियान बनाकर जनान्दोलन बनाने की जरूरत है, जिसमें जन प्रतिनिधि, समाज के सभी वर्ग के लोगों के साथ ही स्कूलों मे भी प्रतियोगिताएं आयोजित की जांय। उमरिया जिले मे अमृत सरोवर, पुष्कर धरोहर तथा घोडछत्र नदी के जीर्णोद्धार के साथ ही वाटर शेड कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, प्रथम दृष्टया सभी कार्य सराहनीय है, इन्हें गति देने की आवश्यकता है। उक्त विचार केन्द्रीय प्रेक्षक योगेश मोहन दीक्षित भारत सरकार संचालक ग्रह मंत्रालय ने व्यक्त किया। दल मे भारत सरकार ग्रामीण मंत्रालय के तकनीकी विशेषज्ञ सुनील टोप्पो भी साथ थे। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि अमृत सरोवर एवं पुष्कर सरोवर मे आजीविका के अवसर विकसित करने हेतु यूजर्स समूह बनाये गये हैं, वहां मत्स्य पालन तथा सिघाडा उत्पादन की गतिविधियों का संचालन किया जायेगा। सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी ने बताया कि जिले मे 123 अमृत सरोवर का निर्माण प्रस्तावित है, 23 पूर्ण कर लिए गये हैं, 75 तालाब दिसम्बर माह तक शेष मार्च माह तक पूरे कर लिए जायेंगे। जिले मे 719 पुष्कर धरोहर के तहत जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया गया है, परियोजना अधिकारी जिला पंचायत बीएस कल्चुरी ने तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। बैठक मे कार्य पालन यंत्री जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिक सेवा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिक, आजीविका परियोजना प्रबंधक प्रमोद शुक्ला, एसडीओ अनिल इनवाती, एएन शर्मा, सीईओ जनपद मानपुर राजेन्द्र शुक्ल, जन अभियान परिषद के समन्वयक शिव शंकर शर्मा, वन मण्डल अधिकारी मोहित सूरी, परियोजना अधिकारी जिला पंचायत एचपी शुक्ला उपस्थित रहे।
जल संरक्षण अभियान को जन सहभागिता से जन आन्दोलन बनायें : केन्द्रीय प्रेक्षक
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