मुख्यमंत्री के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का पलटवार
भोपाल। आप कह रहे हैं कि कमलनाथ जी पैसे का रोना रोते थे तो आप यह सच्चाई जान ले कि मैंने विकास कार्यों के लिए कभी भी पैसे का रोना नहीं रोया। हां मैं यह रोना जरूर रोता हूँ कि प्रदेश के जिस खजाने से प्रदेश का विकास होना चाहिए था, जिस खजाने की एक-एक पाई पर प्रदेश की जनता का हक है, उस खजाने को आपने अपनी १५ वर्ष की सरकार में झूठे अभियानों, आयोजनों, यात्राओं, प्रचार-प्रसार व खुद की ब्रांङ्क्षडग के नाम पर जमकर लुटाया।प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेला, जिस पैसे से विकास कार्य होना थे, उस पैसे का जमकर दुरुपयोग कर उसे बर्बाद किया। यह रोना तो मैं हमेशा रोता रहूंगा। जहां तक विकास की बात है, आपकी १५ वर्ष की सरकार और मेरी १५ माह की सरकार दोनो का तुलनात्मक अध्ययन कर लीजिए, मेरी मात्र १५ माह की सरकार में आपकी १५ वर्ष की सरकार से कई गुना ज्यादा विकास कार्य हुए हैं, खुद प्रदेश की जनता इसकी गवाह है। इन १५ माह में मेरी सरकार ने प्रदेश की तस्वीर को बदलने का काम किया, उन दागो को धोने का काम किया, जो आपकी १५ वर्ष की सरकार में प्रदेश के माथे पर लगे थे। मैंने आपके द्वारा छोड़े खाली खजाने से ही प्रदेश के २७ लाख किसानों का कर्ज माफ किया , सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को डबल किया, कन्या विवाह की राशि को २८ हजार से बढ़ाकर ५१ हजार किया, सभी वर्गों के लिये कार्य किये, प्रदेश में १ हजार गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया, गौमाता के चारे की राशि को बढ़ाया जिसके बजट में आपकी वर्तमान सरकार ने कटौती कर दी, राम वन गमन पथ के निर्माण की कार्य योजना को अंतिम रूप दिया, जिसके बजट में भी आपकी सरकार में कमी कर दी। महाकाल मंदिर से लेकर ओंकारेश्वर मंदिर के विकास व विस्तार की योजना बनायी, ऊँ सॢकट योजना पर काम शुरू किया, ऐसे कई कार्य हैं जो मैंने अपनी १५ माह की सरकार में आपके द्वारा छोड़े गये खाली खजाने के बाद भी किये। हा यह सच जरूर है कि मैं घोषणाओं में विश्वास नहीं करता मैं झूठे सपने नहीं दिखाता। मैंने वही कहता हूं जो मैं कर सकता हूं और मैं घोषणा की बजाय विकास कार्यों को जमीनी धरातल पर मूर्त रूप देने का काम करता हूँ। प्रदेश के विकास के लिए मेरा खजाना कभी खाली नहीं रहा और ना रहेगा, हाँ झूठी घोषणाओं और झूठे सपने दिखाने के लिए मेरा खजाना हमेशा खाली था और खाली रहेगा।