5 लापता, नदी पार कर राजस्थान के कैला देवी मंदिर जा रहे थे 17 पदयात्री
मुरैना। ध्यप्रदेश से कैला देवी के दर्शन करने राजस्थान जा रहे 8 श्रद्धालु चंबल नदी में बह गए। रेस्क्यू टीम को अब तक 2 शव मिले हैं। 6 लोग लापता हैं। घटना मुरैना, श्योपुर और राजस्थान के बॉर्डर के बीच हुई। श्रद्धालुओं के जत्थे में 17 लोग थे। 9 लोग सुरक्षित हैं। सभी शिवपुरी जिले के तेंदुआ थाना क्षेत्र के चिलावद गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। फिलहाल अंधेरा होने से सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया है। रविवार सुबह 7 बजे फिर से सर्चिंग शुरू की जाएगी।मुरैना ASP रायसिंह नरवरिया ने बताया कि पहले सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति का शव राजस्थान में मिला है, लेकिन उस महिला की पानी में डूबने से हालत बिगड़ गई थी। उसे अस्पताल ले जाया गया था। नदी से दोनों लोगों के शव मप्र में ही मिले हैं। उनकी पहचान देवकीनंदन पुत्र हीरा कुशवाह व कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह के रूप में हुई है।श्योपुर जिले के बीरपुर और मुरैना जिले के टेंटरा थाने से पुलिस मौके पर है। टेंटरा थाना प्रभारी धर्मेंद्र मालवीय ने बताया कि सभी श्रद्धालु एक-दूसरे का हाथ पकड़कर नदी पार कर रहे थे। जिस जगह हादसा हुआ है, वहां कोई पुल या नाव की व्यवस्था नहीं है।बीरपुर थाना प्रभारी हिमांशु भार्गव का कहना है मगरमच्छ के हमला करते ही श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। बचने की जद्दोजहद में श्रद्धालु बह गए। स्थानीय गोताखोरों ने बोट के जरिए लापता लोगों की तलाश की। राजस्थान का पुलिस-प्रशासन भी मौके पर मौजूद रहा।
शवों पर दांत के निशान भी
प्रत्यक्षदर्शी राडी गांव निवासी कुटन रावत ने बताया कि नदी में जहां पानी कम था, वहां से सभी पार कर रहे थे। इतने में मगरमच्छ ने हमला कर दिया। इससे लोगों में भगदड़ मच गई। कुछ लोग गहरे पानी में चले गए। हालांकि, शुरुआत में यह जानकारी आई थी कि नाव पलटने से हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि शवों पर दांत के निशान भी मिले हैं।हादसे में धनीराम कुशवाहा (30), जानकी लाल कुशवाह और चेंऊं कुशवाह बच गए हैं। चेऊं कुशवाह ने बताया कि हम 17 लोग कैलादेवी जा रहे थे। चंबल नदी पार करते समय पानी के तेज बहाव में लोग गहरे पानी में चले गए। इसमें 10 लोग बच गए हैं। कुछ के शव मिल गए हैं। पांच लोगों को पानी में तलाश कर रहे हैं।
तीसरे शव की अभी तक पहचान नहीं
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुबह करीब सात बजे हुए हादसे के करीब आधे घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। दोपहर दो बजे तक दो पुरुष व एक महिला का शव निकाला जा चुका है। इनमें से एक व्यक्ति की पहचान नहीं हुई है। मृतकों की पहचान देवकीनंदन (50) और महिला कल्लो के तौर पर हुई है। वहीं, रुक्मणी (24) पत्नी दीपक, लवकुश (12) पुत्र थानसिंह, ब्रजमोहन (17) पुत्र पप्पू, अलोपा बाई (45) पत्नी देवकीनंदन और रश्मि (19) पत्नी सुनील लापता हैं। दोपहर करीब चार बजे मुरैना कलेक्टर अंकित अस्थाना, एएसपी रायसिंह नरवरिया, सबलगढ़ एसडीएम मेघा तिवारी, एसडीओपी गुरुबचन सिंह सहित थाना प्रभारी धर्मेंद्र मालवीय व अन्य अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने रेस्क्यू का जायजा लेकर पीड़ितों से चर्चा की।
मप्र का रेस्क्यू दल करीब 2 बजे पहुंचा
हादसे के करीब डेढ़ घंटे बाद राजस्थान के अफसर मौके पर पहुंचे। वे अपने साथ एक रेस्क्यू बोट लेकर आए थे। मप्र का रेस्क्यू दल दोपहर करीब दो बजे नदी क्षेत्र में पहुंचा, लेकिन रास्ता खराब होने के कारण यह दल फंस गया। रेस्क्यू टीम शाम करीब चार बजे नाव के साथ घटना स्थल पर पहुंची।
सीएम शिवराज ने हादसे पर जताया दुख
सबलगढ़ में हुए हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर दुख जताया। उन्होंने कहा कि करौली के कैला देवी मंदिर में दर्शन के लिए शिवपुरी जिले से जा रहे श्रद्धालुओं के मुरैना में चम्बल नदी को पार करते समय बह जाने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति व परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। राहत एवं बचाव के कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मैं भी सतत टीम के संपर्क में हूं।
मुरैना कलेक्टर-एसपी को निलंबित करें: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि हादसे के घंटों बाद भी मौके पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचे। रेस्क्यू टीम भी शाम को 4 बजे मौके पर पहुंची। हादसा सुबह 7 बजे हुआ था। उन्होंने मुरैना कलेक्टर, एसपी को निलंबित करने की मांग की है।
ये लोग डूबे नदी में
1. देवकीनंदन पुत्र हीरा कुशवाह 60 साल 2. धनीराम पुत्र हीरा कुशवाह 30 साल 3. रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह 4. लवकुश पुत्र धाम सिंह कुशवाह 5. कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह 6. ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह 7. रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह
Advertisements
Advertisements