घाटे की आड़ मे बंद न हों कोयला खदाने
श्रमिक संगठनो ने केन्द्रीय कोयला मंत्री से भेंट कर किया अनुरोध
बांधवभूमि, हुकुम सिंह
नौरोाजाबाद। श्रमिक संगठनो ने केन्द्र सरकार से घाटे के नाम पर कोयला खदानो को बंद करने की कार्यवाही रोकने की मांग की है। गत दिवस अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ एवं भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि मंडल ने श्रमिक नेता लक्ष्मा रेड्डी के नेतृत्व मे राजधानी नई दिल्ली मे केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी और श्रम रोजगार, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से से मिल कर कोयला उद्योग की समस्याओं से अवगत कराया। एसईसीएल जोहिला क्षेत्र के पदाधिकारियों ने बताया कि महासंघ द्वारा मंत्रीद्वय से घाटे के नाम पर भूमिगत खदानों को बंद करने की प्रकिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
केन्द्रीय मंत्रियों के सांथ हुई मुलाकात के दौरान श्रमिक नेताओं ने कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते का निराकरण, जबलपुर से हावड़ा तक चलने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस को तेलंगाना के काजीपेट तक बढ़ाए जाने, कोयला उद्योग मे कार्यरत ठेका श्रमिकों की जॉब सिक्योरिटी तथा मिनिमम वेजेज कानून के दायरे मे लाकर उन्हे सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की बात कही। इसके अलावा कोल माइंस प्रोविडेंट फण्ड में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच व दोषियों पर कड़ी कार्यवाही, पर्यावरण संवर्धन हेतु एवं प्रदूषण पर रोक लगाने, कोयला उद्योग मे बढ़ती कॉमर्शियल माइनिंग पर अंकुश लगाने, आश्रित रोजगार के प्रकरणों पर अकारण हो रहे विलंब तथा कोल इंडिया लिमिटेड की चिकित्सा व्यवस्था मे गुणात्मक सुधार लाने आदि मुद्दों के निराकरण हेतु आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया गया।
दिया कार्यवाही का आश्वासन
श्रमिक नेताओं से चर्चा के उपरांत कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी एवं श्रम भूपेंद्र यादव ने सभी मांगों पर गंभीरता से विचार कर जल्द से जल्द कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर महासंघ के अध्यक्ष टिकेश्वर सिंह राठौर, महामंत्री सुधीर घूर्डे, संगठन मंत्री अशोक मिश्रा, कार्यवाहक अध्यक्ष महेन्द्र सिंह, वित्त सचिव आशीष मूर्ति आदि उपस्थित थे।