गया। गया-धनबाद रूट पर घाटी से उतरते समय एक मालगाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। इससे मालगाड़ी की रफ्तार 150KM प्रति घंटे तक पहुंच गई। गुरपा स्टेशन से पहले इसे स्लिप साइडिंग करके रोकने की कोशिश की गई। इस दौरान कपलिंग टूटने से उसकी 57 बोगियां पलट गईं। वहीं इंजन एक बोगी को लेकर दौड़ता रहा। हालांकि बोगी रगड़ खाने और स्लिप साइडिंग की वजह से 400 मीटर दूर जाकर इंजन भी रुक गया। हादसा बुधवार सुबह 6 बजे अप लाइन में हुआ। रेल हादसे के बाद अप और डाउन लाइन पर रेल यातायात बाधित है। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। कई ट्रेनों को जहां-तहां खड़ा किया गया है। 10 से ज्यादा ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। इस हादसे का लाइव वीडियो सामने आया है। इसमें इंजन 58 में से सिर्फ एक डिब्बे को लेकर तेजी से दौड़ता दिख रहा है। संभावित हादसे को टालने के लिए आनन-फानन में स्टेशन खाली कराया गया, जिससे वहां भगदड़ मच गई। रेलवे अफसरों ने मालगाड़ी को डिरेल करने की तैयारी भी कर ली थी। लेकिन जैसे ही इंजन और उसके पीछे की बोगी स्लिप साइडिंग के लिए दूसरी पटरी पर ले जाए गए, तेज रफ्तार की वजह से उसके पीछे की बोगियों का बैलेंस बिगड़ा गया और 57 बोगियां पलट गईं। कुछ देर तक एक बोगी लेकर दौड़ने के बाद इंजन भी रुक गया। मालगाड़ी में कोयला लदा था।
53 डिब्बों के परखच्चे उड़े
गुरपा स्टेशन से पहले 20 किलोमीटर का घाट सेक्शन पड़ता है। इसी दौरान मालगाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। 58 डिब्बों वाली मालगाड़ी के 53 डिब्बों के परखच्चे उड़ गए।गुरपा स्टेशन स्टेशन चार्ल्स मिंज सुपरिटेंडेंट ने बताया कि मालगाड़ी के ड्राइवर ने ब्रेक फेल होने की सूचना दी थी। गझण्डी से गुरपा के बीच करीब 800 मीटर की दूरी तक जबरदस्त ढलान है। इससे ट्रेन की स्पीड 150 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई। इधर गुरपा स्टेशन पर उस ट्रेन को लूप लाइन (स्लिप साइडिंग) पर लेने के प्लान की पूरी तैयारी हो गई थी। जैसे ट्रेन को लूप पर डाइवर्ट किया गया तो इंजन और एक बोगी डायवर्ट हो गई पर बाकी बोगियां डिरेल हो गईं।लगभग 400 मीटर तक इंजन एक कोच के साथ आगे बढ़ता रहा। ऐसा स्पीड अधिक होने की वजह से हुआ। लेकिन बोगी के डिरेल होने व पलटने की वजह से इंजन की स्पीड थमी और वह रुक गई, क्योंकि रगड़ खा रही बोगी ब्रेक का काम कर रही थी।
गुरपा स्टेशन से पहले 20 किलोमीटर का घाट सेक्शन पड़ता है। इसी दौरान मालगाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। 58 डिब्बों वाली मालगाड़ी के 53 डिब्बों के परखच्चे उड़ गए।गुरपा स्टेशन स्टेशन चार्ल्स मिंज सुपरिटेंडेंट ने बताया कि मालगाड़ी के ड्राइवर ने ब्रेक फेल होने की सूचना दी थी। गझण्डी से गुरपा के बीच करीब 800 मीटर की दूरी तक जबरदस्त ढलान है। इससे ट्रेन की स्पीड 150 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई। इधर गुरपा स्टेशन पर उस ट्रेन को लूप लाइन (स्लिप साइडिंग) पर लेने के प्लान की पूरी तैयारी हो गई थी। जैसे ट्रेन को लूप पर डाइवर्ट किया गया तो इंजन और एक बोगी डायवर्ट हो गई पर बाकी बोगियां डिरेल हो गईं।लगभग 400 मीटर तक इंजन एक कोच के साथ आगे बढ़ता रहा। ऐसा स्पीड अधिक होने की वजह से हुआ। लेकिन बोगी के डिरेल होने व पलटने की वजह से इंजन की स्पीड थमी और वह रुक गई, क्योंकि रगड़ खा रही बोगी ब्रेक का काम कर रही थी।
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