घंघरी हत्याकाण्ड के 4 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने किया मामले का खुलासा, सामने आ सकते हंै और भी कई नाम
उमरिया/बांधवभूमि न्यूज। बीती 23 अगस्त की रात जिला मुख्यालय के घंघरी इलाके मे कटनी-शहडोल ओवरब्रिज के पास हुए सनसनीखेज हत्याकाण्ड के 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश कर दिया है। इस मामले मे अभी विवेचना जारी है और साक्ष्यों के आधार पर कुछ अन्य नाम भी सामने आ सकते हैं। इस बात का खुलासा कल पुलिस अधीक्षक वीके शाहवाल ने कंट्रोल रूम मे आयोजित प्रेसवार्ता मे किया। उन्होने बताया कि विगत 24 अगस्त को दीपक बर्मन पिता नवनीत बर्मन निवासी ग्राम घंघरी ने अपने भाई अनिल बर्मन का शव गांव के समीप स्थित ओवर ब्रिज के पास पड़े होने की सूचना दी थी। जिस पर थाना कोतवाली मे मर्ग कायम किया गया। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि मृतक के सीने पर बायीं ओर गोली मारी गई थी। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302, 201, 212 ताहि एवं 25, 27 आम्र्स एक्ट का अपराध दर्ज कर कार्यवाही शुरू की गई।
अभी जारी है विवेचना
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जी. जनार्दन के मार्गदर्शन, एसपी विकास कुमार शाहवाल व एएसपी रेखा सिंह के निर्देशन तथा एसडीओपी उमरिया भारती जाट के नेतृत्व मे विवेचना टीम का गठन किया गया जो लगातार प्रकरण की सूक्ष्म विवेचना मे जुटी हुई है। इसके सांथ ही पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रत्येक आरोपी की सूचना पर 5-5 हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों मे मोहन पिता स्व. रामचरित मिश्रा 42, अमर सिंह पिता दिग्विजय सिंह बघेल 31 निवासी घंघरी, कौशल उर्फ पप्पू पिता हीरामणि विश्वकर्मा निवासी भंगहा एवं ज्ञानेन्द्र पाण्डेय पिता शीलाध्वज पाण्डेय 25 निवासी विकटगंज उमरिया शामिल हैं।
इस तरह हुई घटना
पुलिस के मुताबिक 23 अगस्त की रात आरोपी मोहन मिश्रा मृतक अनिल बर्मन के साथ घंघरी नाका ओवर ब्रिज के पास पार्टी मना रहा था। तभी मोहन द्वारा किसी कारणवश अपने कट्टे से अनिल के सीने पर गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना के बाद आरोपी द्वारा अपने ड्रायवर अमर सिंह बघेल व उसके साथी ज्ञानेन्द्र पाण्डेय के साथ मिल कर वेन्यू कार पर मृतक का शव रख कर उसे ठिकाने लगाने कोशिश की पर वे इसमे कामयाब नहीं हो सके। इसी दौरान मोहन मिश्रा ने फोन पर घटना की जानकारी अपने दोस्त पप्पू उर्फ कौशल विश्वकर्मा को देते हुए उसे गाड़़ी लाने को कहा। बताया गया है कि कौशल विश्वकर्मा अपनी अल्टो कार से आरोपी मोहन मिश्रा को फरार करने एवं कट्टा छिपाने के मकसद से कटनी ले गया।
पुलिस कर्मियों को मिला ईनाम
इस उल्लेखनीय कार्यवाही मे थाना कोतवाली के टीआई सुन्द्रेश सिंह मरावी, चौकी प्रभारी सिविल लाईन सरिता ठाकुर, उनि बालेन्द्र शर्मा, अमित कुमार पटेल, विपिन तिवारी, सउनि सत्यदेव यादव, दीनानाथ सिंह, सोनालाल ठाकुर, प्रभाकर सिंह, प्रआर दिलीप गुप्ता, विनोद प्रजापति, ओंकार सिंह, आकाश दास, ताराचंद, आरक्षक रवि दीवान, जगदीश तिवारी, राहुल गुर्जर, शिशुपाल एवं सायबर सेल के प्रआर राहुल विश्वकर्मा, विकास मिश्रा, आरक्षक संदीप सिंह की विशेष भूमिका रही। जिन्हे पुलिस अधीक्षक द्वारा नगद पुरूस्कार देने की घोषणा की गई है।