ग्रामीण उदासीन, युवाओं के लिये टीके ही नहीं

ग्रामीण उदासीन, युवाओं के लिये टीके ही नहीं
मजबूरी और अव्यवस्था का शिकार हुआ जिले का वैक्सीनेशन अभियान
उमरिया। जिले मे टीकों की कमी है, परंतु लोगों की उदासीनता के कारण यह स्टाक भी खत्म नहीं हो रहा है। विशेषकर ग्रामीण अंचलों मे फैली भ्रांतियों के कारण वैक्सीनेशन का कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गावों मे जाकर नागरिकों को इसके फायदे बताते हुए टीकाकरण कराने का आग्रह कर रहे हैं परंतु इसका असर नहीं हो रहा है। कई जगह तो शासकीय अमले को ग्रामीणो की नाराजगी का सामना भी करना पड़ रहा है। विगत दिनो चंदिया तहसील के ग्राम कौडिय़ा मे किल कोरोना अभियान का सर्वे करने गई टीम को इन्ही परिस्थितियों से गुजरना पड़ा था। दूसरी ओर युवाओं मे वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह है, तो उनके लिये आवंटन इतना कम है कि स्वास्थ्य विभाग को फिलहाल सिर्फ 100 टीके लगाने की सीमा तय करनी पड़ी।
अब तक लगे सिर्फ 55721 डोज
सूत्रों का कहना है कि ग्रामीणो के दिमाग मे टीके के बाद बुखार आने और इससे मृत्यु होने आदि का फितूर भरा हुआ है। यही कारण है कि अब तक जिले मे सिर्फ 55721 डोज लगाये जा चुके हैं। इसके सिंगल के सांथ डबल डोज भी शामिल हैं। जानकारों का मानना है कि बिना ग्रामीण अंचलों मे शत-प्रतिशत टीकाकरण कराये कोरोना महामारी से निजात पाना नामुमकिन है। इसके लिये कैम्प लगा कर जनप्रतिनिधियों की मदद से जागरूकता अभियान शुरू करने की जरूरत है।
18 प्लस के लिये सिर्फ 100 टीके
वैक्सीन का आभाव भी अभियान के लिये बड़ी समस्या बना हुआ है। आवंटन की कमी के चलते 18 प्लस के लोगों को रोजाना सिर्फ 100 टीके लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। इस वर्ग के नागरिकों को केवल जिला मुख्यालय मे सोमवार, बुधवार, गुरूवार और शनिवार को टीके लगाये जा रहे हैं। जबकि ग्रामीण अंचलों मे अब तक टीकाकरण के केन्द्र ही नहीं खोले गये हैं।
आज से खुलेगा एक और केन्द्र
स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों के लिये जिला मुख्यालय के परियोजना प्रशासक कार्यालय मे नया केन्द्र खोला जायेगा। इससे पूर्व लोक निर्माण विश्राम गृह, जिला मलेरिया कार्यालय और डीडीआरसी आफिस मे 18 प्लस के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। आज 12 मई से चौथे स्थान पर सत्र प्रारंभ किया जायेगा।
फील्ड मे चार दिन टीकाकरण
वहीं 45 वर्ष के ऊपर वालों को ग्रामीण क्षेत्रों मे सप्ताह मे 4 दिन टीके लगाये जा रहे हैं। हलांकि जिला मुख्यालय मे छुट्टी के दिनो को छोड़ कर शेष सभी दिन वैक्सीनेशन किया जा रहा है।

 

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