उमरिया। भारत सरकार के ग्रह मंत्रालय के संचालक योगेश मोहन दीक्षित ने जिले के करकेली जनपद पंचायत के ग्राम बहेरहा,मढीबाग, मजमानी कला तथा बिहरूलिया मे बनाये जा रहे अमृत सरोवर तथा पुराने तालाबों का पुष्कर धरोहर के तहत किये जा रहे जीर्णोद्धार कार्य तथा जल संरक्षण हेतु बनाये गए गैवियन संरचना, कंजर टंच आदि का अवलोकन किया। उन्होने ने कहा कि आजादी के 75 वे वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप मे मनाया जा रहा है। अमृत महोत्सव वर्ष मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश के सभी, जिलों मे जल संरक्षण एवं संवर्धन तथा प्रबंधन को जन आंदोलन बनाने का संदेश जन-जन तक पहुंचाकर सहभागी बनाने तथा देश के प्रत्येक जिले मे कम से कम 75 अमृत सरोवर के निर्माण का आव्हान किया गया है। उन्होंने निर्माण स्थल पर ही उपयोग कर्ता दल, स्वसहायता समूह की महिलाओं तथा ग्रामीण जनों के साथ ही विद्यार्थियों से जल संरक्षण के संबंध मे चर्चा की तथा जल संरचनाओं के निर्माण के साथ ही पुरानी जल संरचनाओं के संरक्षण की बात कही। उन्होने कहा कि जल है तो कल है। हमें यह बात हमेशा ध्यान मे रखना चाहिए, ग्रामीणों ने परंपरागत तरीके से अतिथियों का स्वागत किया तथा जल संरचनाओं के निर्माण एवं अम्रत सरोवर तथा पुष्कर सरोवरों के निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। समूह की महिलाओं ने कहा कि जल संरचनाओं के निर्माण से आजीविका के नये अवसर मिलेंगे, अब मत्स्य पालन, सिघाड़ा उत्पादन तथा सब्जी उत्पादन की गतिविधियां संचालित हो सकेगी। कार्यक्रम मे दल के सदस्य भारत सरकार के ग्रमीण विकास मंत्रालय के तकनीकी विशेषज्ञ सुनील टोप्पो, कार्य पालन यंत्री आरएस धुर्वे, परियोजना अधिकारी बीएस करचुली, डा. एचपी शुक्ल, एसडीओ अनिल इनवाती, सहायक यंत्री एएन शर्मा, सुशील मिश्रा भ्रमण मे उपस्थित रहे।
ग्रीष्मकालीन फसल मूंग एवं उडद का पंजीयन 28 जुलाई तक
उमरिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मंत्रालय मध्यप्रदेश भोपाल के परिपत्र के परिपालन मे रबी वर्ष 2022 (विपणन वर्ष 2022-23) मे प्राइस सपोर्ट स्क्रीम योजना अन्तर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर ग्रीष्मकालीन फसल मूंग एवं उडद का पंजीयन जिले मे दिनांक 18 जुलाई 2022 से प्रारंभ हो गया है जो 28 जुलाई 2022 तक किया जाएगा। रबी वर्ष 2022 मे समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द उपार्जन के लिए पंजीयन हेतु जिले मे जिला उपार्जन समिति से चर्चा उपरांत समितियों को पंजीयन केन्द्र निर्धारित किये जाने है, जिसमे सेवा सहकारी समिति मर्यादित चंदिया, बिलासपुर, मानपुर शामिल है। उन्होंने पंजीयन केन्द्र प्रभारी एवं ऑपरेटर को निर्देशित किया है कि निर्देश का पालन करते हुए व आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए 28 जुलाई 2022 तक पंजीयन का कार्य करें।
राष्ट्रीय वायरल हेपिटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम सम्पन्न
उमरिया। राष्ट्रीय वायरल हेपिटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम के तहत नोडल अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी एवं डीआईओ अनिल सिंह के माध्यम से उपस्थित प्रतिभागियों को हेपेटाइटिस बीमारी से होने वाले विभिन्न प्रकार के रोग के फैलने के कारण एवं बचाओ के उपाय की जानकारी दी गई। अधिकारी द्वारा बताया गया कि असुरक्षित इंजेक्शन चिकित्सा प्रक्रिया संक्रमित रक्त एवं रक्त उत्पाद का संचार डायलिसिस आदि से रोग फैलता है जैसे टैटू बनाने की विधि का उदाहरण देते हुए बताया गया कि 1 ही सुई का उपयोग अलग-अलग व्यक्तियों को टैटू बनाने मे उपयोग होने वाली सुई से भी संक्रमण फैल सकता है। असुरक्षित यौन संबंध से भी हेपेटाइटिस बीमारी फैल सकती है। हेपिटाइटिस बी से संक्रमित गर्भवती माता के द्वारा जन्मे शिशु को हेपेटाइटिस बी होने एक का एक प्रमुख कारण है थोड़ी सावधानी रखकर हम ही पृथ्वी के संक्रमण से बच सकते हैं। गर्भवती माता हेपिटाइटिस बी की जांच करवाएं यदि गर्भवती माताओं की प्रैक्टिस की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जाती है तो उनका प्रस्ताव स्वास्थ्य केंद्र पर ही करवाएं। हेपिटाइटिस बी का टीका जन्म के 24 घंटे के भीतर नवजात शिशु को लगवाएं, हेपिटाइटिस बी पॉजिटिव गर्भवती महिला से जन्मे शिशु को जन्म के तुरंत बाद जागरण के साथ-साथ हेपिटाइटिस बी इम्यूनो ग्लोबिन का टीका अवश्य लगवाएं। उन्होंने आगे बताया कि पर्यटक भी एवं श्री का उपचार संभव है और ऑपरेटर बी के बचाव के लिए टीकाकरण उपलब्ध है। ए प्लस बी के जांच संबंधी सुविधा निशुल्क उपलब्ध है जिसका हेल्पलाइन नंबर टोल फ्री 1800 11 6666 भी बताया गया।
प्राप्त लक्ष्य एवं उपलब्धि की जानकारी उपलब्ध कराने कलेक्टर ने दिए निर्देश
उमरिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाएं जिनमें भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य प्रदाय किया गया है । वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त लक्ष्य एवं उपलब्धि की जानकारी निर्धारित प्रपत्र में आगामी समय-सीमा, टीएल बैठक मे प्रस्तुत करने निर्देश दिए है।