गोबर से बने दीपक बने आकर्षण का केंद्र

गंगा स्व सहायता समूह और प्रखर प्रज्ञा मंडल का प्रयास
बांधवभूमि न्यूज, भूपत नायक
अनूपपुर। जिले मे स्व सहायता समूहों द्वारा इस बार गोबर से बने दीपकों को बाजार में उतारा गया है। रंग बिरंगे और आकर्षक दीपक आमजन के लिये आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं और लोग इनकी जमकर खरीददारी कर रहे हैं। मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक शशांक प्रताप सिंह ने बताया कि उक्त नवाचार गंगा स्व सहायता समूह और प्रखर प्रज्ञा मंडल गौशाला ग्राम अंजनी, विकासखंड जैतहरी द्वारा किया गया है। इसके पूर्व भी उक्त संस्थाओं द्वारा रक्षाबंधन के अवसर पर गोबर से बनी आकर्षक राखियां बाजार में प्रस्तुत की गईं थी, जिन्हें आमजनों द्वारा काफी पसंद किया गया था। इसके साथ ही गोबर से ही अन्य सजावट की सामग्रियां और मूर्तियां तैयार कर विक्रय की जा रही हैं। प्रखर प्रज्ञा मंडल के भारत सिंह व कार्य मे संलग्न गंगा स्व सहायता समूह द्वारा बताया गया कि उक्त दीपकों की कीमत उनकी साइज और डिजायन के अनुसार 2 से 5 रुपये प्रति नग रखी गयी है, जो कि बाजार के हिसाब से काफी कम है। अभी प्रथम प्रयास में बारह हजार दीपकों का निर्माण किया गया है, जो विक्रय हेतु उपलब्ध हैं।
सीबीआई के कैम्प मे रखे गये उत्पाद
गत 01 नवंबर को जिला मुख्यालय में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित जिला स्तरीय क्रेडिट आउटरीच कैम्प मे भी उक्त उत्पादों की प्रदर्शनी स्व सहायता समूहों द्वारा लगाई गई थीए जिसका अवलोकन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली और उप महाप्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एसएलबीसी धारासिंग नायक के द्वारा अन्य उपस्थित अतिथियों अग्रणी जिला प्रबंधक रॉय संजीत कुमार, डीडीएम नाबार्ड रविन्द्र जोल्हे, जिला परियोजना प्रबंधक आजीविका मिशन शशांक प्रताप सिंह, प्रखर प्रज्ञा मंडल के भारत सिंह राठौर के साथ किया गया एवं स्व सहायता समूह व प्रखर प्रज्ञा मंडल के प्रयासों को प्रशंसनीय बताया।
स्व सहायता समूंह भी जुटे
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली ने बताया कि जिले में संचालित गौशालाओं के माध्यम से इस तरह के उत्पादों का निर्माण प्रारंभ कराया जा रहा है। आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनने की दिशा मे कार्य करने हेतु गंगा स्व सहायता समूह और प्रखर प्रज्ञा मंडल से सहयोग प्राप्त कर स्व सहायता समूह भी इस तरह के पर्यावरण हितैषी व आमजन के लिये उपयोगी एवं कम कीमत के उत्पाद तैयार करने मे जुटे हैं जो उनकी आजीविका का साधन भी बन सके। उप महाप्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एसएलबीसी धारासिंग नायक ने भी कार्यक्रम मे उपस्थित बैंकर्स से स्व सहायता समूहों के इस तरह के नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिएए समूहों को वित्तीय सुविधाएं सरलतम प्रक्रिया का पालन करते हुए उपलब्ध कराने का आग्रह किया।

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