गोद मे बोये मां के जवारे
बांधवभूमि, हुकुम सिंह
नौरोजाबाद। कहते हैं श्रद्धी की कोई सीमा नहीं होती। भक्त अपने भगवान को प्रसन्न करने के लिये कहीं तक भी जा सकता है। इसमे चाहे उसे कितना भी कष्ट क्यों न उठाना पड़े। ऐसा ही दृश्य उचेहरा मे बिराजी मां ज्वाला धाम मे देखा जा रहा है। जहां भक्त संतोष अपनी गोद मे जवारा बो कर बैठे हुए हैं। बताया गया है कि संतोष महराज एक पीढ़ा मे जवारा धारण कर नौ दिनो से आसन पर स्थापित हैं। इस दौरान उन्होने निर्जला व्रत धारण करने के सांथ सारी नित्य क्रियायें भी त्याग दी हैं। उनका कहना है कि यह सब मां ज्वाला की कृपा का प्रतिफल है। लोग जिसे कठोर तप मान रहे हैं, वह भी मातेश्वरी के आशीर्वाद से आसान बन गया है।
गोद मे बोये मां के जवारे
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