नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। कहा जा रहा है कि इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिख उन्हें अवगत कराया है। बता दें कि हाल ही में जम्मू कश्मीर में विकार रसूल को प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है। इसके बाद गुलाम नबी आजाद ने प्रचार कमेटी से इस्तीफा दे दिया था। अब आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस संचाल समिति अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि वे अपने स्वाभिमान के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि पार्टी की अहम बैठकों में नहीं बुलाए जाने से भी वो नाराज चल रहे थे। इसी वजह से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले आनंद शर्मा का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि आनंद शर्मा ने कांग्रेस प्रमुख को बताया है कि उन्हें संवैधानिक प्रक्रिया में नजरअंदाज किया जा रहा है। हालांकि, आनंद शर्मा ने साफ किया है कि वो राज्य में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। याद दिला दें कि सोनिया गांधी ने 26 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सीएलपी नेता और कैंपेन कमिटी के चेयरमैन समेत आठ अन्य कमिटियों का ऐलान किया था। जिसमें एक संचालन समिति भी थी और आनंद शर्मा को इसका अध्यक्ष बनाया गया था। आशा कुमारी को संयोजक के पद पर नियुक्त किया गया था। कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे चिट्ठी में उन्होंने कहा कि कमिटी में बहुलता और कामों के ओवरलैपिंग को कार्यात्मक उद्देश्यों के लिए स्पष्टता की ज़रूरत है। आनंद शर्मा ने लिखा, ‘मैंने महासचिव संगठन और एआईसीसी प्रभारी से संचालन समिति के जनादेश और भूमिका को स्पष्ट करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि हिमाचल कांग्रेस के कोर ग्रुप और चुनाव रणनीति और तैयारियों पर वरिष्ठ नेताओं की बैठकें दिल्ली और शिमला दोनों जगहों पर हुई हैं, लेकिन उन्हें इसके बारे में नहीं बताया गया।
गुलाम नबी आजाद के बाद आनंद शर्मा ने कांग्रेस को दिया झटका
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