नई दिल्ली। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह करीब 12 से 15 हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स बरामद की है। ड्रग्स की ये खेप शिप के रास्ते कंटेनरों में छुपा कर अफगानिस्तान से वाया ईरान होते हुए भारत लाई गई थी। चार दिन चले डीआरआई के एक बडे ऑपरेशन के बाद ये ड्रग्स की खेप बरामद की गई है। इस मामले में कुल 5 लोग गिरफ्तार किए गए है जिसमें से कुछ अफगानिस्तान मूल के रहने वाले भी है।डीआरआई का ये ऑपरेशन अभी भी जारी है। फोरेंसिक लैब ने ड्रग्स की जांच करवाई जा रही है। सूत्रों के अनुसार तालिबान की शह पर ये ड्रग्स भारत भेजी गई थी। इसके पहले भी अफगानिस्तान में तालिबान की शह पर करोड़ों की ड्रग्स भारत भेजी जा चुकी है, जिसमे नार्को टेरर एंगल भी शामिल रहा है। एजेंसी ने एक बयान में सोमवार को कहा था, “गुजरात के अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई, गांधीधाम और मांडवी में तलाशी अभियान चलाया गया।” डीआरआई ने कहा था कि पूरे मामले में कथित तौर पर अफगान नागरिकों की संलिप्तता भी सामने आई है। दुनिया में हेरोइन का सबसे बड़ा उत्पादक अफगानिस्तान है, जो वैश्विक उत्पादन का 80-90 प्रतिशत के बीच आपूर्ति करता है। हाल के वर्षों में अफगानिस्तान में हेरोइन का उत्पादन तेजी से बढ़ा है, जिससे अगस्त में सत्ता में लौटने वाले तालिबान को फंड देने में मदद मिली है।

