पुल की रेलिंग तोड़ गंभीर नदी में गिरी कार, भाभी-देवर के शव मिले, पति लापता
उज्जैन। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर उज्जैन-बड़नगर रोड पर खड़ोतिया गांव में रेलिंग को तोड़ते हुए कार गंभीर नदी में गिर गई। हादसा रविवार सुबह करीब 8 बजे हुआ। हादसे में नवविवाहिता, उसके देवर की मौत हो गई, जबकि उसका पति लापता है। उसकी तलाश जारी है। बिहार के सिवान के रहने वाले अविनाश कुमार, अनुराग कुमार तिवारी और प्रियंका तिवारी तीन दिन पहले घर से कार (यूपी 78 जीएच 6324) से बड़ोदरा के लिए निकले थे। वहां वे अपने भाई अभय तिवारी से मिलने जा रहे थे। इस दौरान तीनों दो दिन कानपुर में रुके। शनिवार शाम कार से वड़ोदरा के लिए रवाना हुए। अभय के मुताबिक रात करीब 10:30 बजे उसकी अविनाश से बात हुई थी। अभय ने तीनों को उज्जैन में रुक कर महाकाल के दर्शन करने के लिए भी कहा था, जबकि उन्होंने बात नहीं मानी। इसके बाद प्रियंका की भी रात 11:30 बजे अपनी मां से बात हुई थी। अभय ने सुबह 5 बजे फिर कॉल किया। इस दौरान तीनों के मोबाइल बंद मिले। अभय के मुताबिक सुबह 6 बजे तक तीनों को बड़ोदरा पहुंच जाना चाहिए था।
कटक डीआईजी ने उज्जैन संपर्क किया
अभय के साले अमित कुमार सिन्हा उड़ीसा के कटक में डीआईजी हैं। उन्होंने तुरंत अमित को इसके बारे में बताया। जांच के दौरान तीनों के मोबाइल की लोकेशन सुबह के समय उज्जैन में मिली। इसके बाद डीआईजी ने तुरंत उज्जैन आईजी से संपर्क किया।
बाइक सवार ने पेट्रोल पंप कर्मचारी काे बताया
सुबह एक बाइक सवार नदी के पास से गुजर रहा था। उसने रेलिंग टूटी हुई देखी और नदी के पानी की सतह पर तेल उतराता देखा। उसने कुछ दूर स्थित पेट्रोल पंप कर्मचारी को इसकी सूचना दी। इसके बाद पेट्रोल पंप कर्मचारी ने इंगोरिया पुलिस को बताया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने गाड़ी को निकलवाया।
नवंबर में हुई थी अविनाश-प्रियंका की शादी
अविनाश बैंगलोर में प्राइवेट जॉब करता था। उसकी शादी 30 नवंबर 2020 को ही कानपुर में रहने वाली प्रियंका से हुई थी। 27 नवंबर को ही कानपुर से गाड़ी खरीदी गई थी। अभय भी वड़ोदरा में प्राइवेट जॉब करता है।
देवर-भाभी की लाश मिली, अविनाश लापता
पुलिस ने जब कार पानी से निकाली, तो उसमें प्रियंका और अनुराग का शव मिल गया। वहीं, अविनाश लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। मौके पर अविनाश का भाई पहुंच गया है। अभय के मुताबिक उनके पिता हार्ट पेशेंट हैं, इसलिए उन्हें हादसे के बारे में फिलहाल नहीं बताया गया है
चुंबक से ढूंढ़ी गाड़ी
नदी में करीब 37 फीट पानी है। सर्च ऑपरेशन के दौरान गोताखोर लियाकत खान ने चुंबक लेकर पानी में कूदा। इसके बाद नदी में गाड़ी का पता चल पाया।
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