खुदाई के दौरान मिली पुरातत्व के महत्व की मूर्तियां

खुदाई के दौरान मिली पुरातत्व के महत्व की मूर्तियां
उमरिया। जिले के चंदिया मे वार्ड नं 6 मे खुदाई के दौरान एक प्राचीन मूर्तियां पाई गई है। अनुमान है कि यह प्रतिमा नौंवमी-दसमीं शताब्दी के कल्चुरी काल की प्रतिमा है। सोमवार की शाम स्थानीय वकील दिनेश अग्रवाल अपनी जमीन पर भवन निर्माण के दौरान खुदाई करा रहे थे। इसी दौरान पत्थर मे उकेरी गई ऐतिहासिक मूर्ति मिली है। प्रतिमा एक नायिका की है जिसके गले में दो हार हैं और सिर पर मुकुट है। मूर्तिकार ने संभवता किसी राजसी महिला की प्रतिमा के रूप मे इसे सृजित किया होगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि अभी तक पुरातत्व विभाग के लोगों ने इस प्रतिमा को न तो देखा है और न ही इसके कालखंड की किसी तरह की पुष्टि की गई है। जिस जमीन से यह मूर्ति मिली है वह भूमि कई वर्ष पूर्व शिक्षक बाल मुकुंद श्रीवास्तव की थी। बाद मे उनके देहावसान के बाद उक्त भूमि स्थानीय सरमन अग्रवाल ने क्रय कर ली थी। अभी हाल ही मे भूमि स्वामी सरमन ने जमीन का कुछ हिस्सा दिनेश अग्रवाल को बेच दिया था। इसी भूमि पर वकील दिनेश भवन निर्माण कराने मजदूरों से खुदाई करा रहे थे और इसी दौरान मूर्ति मिली है। फि लहाल मूर्ति को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे है। हालांकि पुरातत्व विभाग ही उक्त मूर्ति का सटीक इतिहास बता सकता है। गौरतलब है कि चंदिया से सटे ग्राम पथरहटा मे भी लंबे सालों से खुदाई के दौरान ऐतिहासिक मूर्तियां मिलने का इतिहास रहा है। चंदिया से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में जिस तरह खुदाई के दौरान प्राचीन भारत की ऐतिहासिक मूर्तियां बीते कई वर्षों से मिल रही है, उससे यह तो साफ है कि उक्त क्षेत्र प्राचीन भारत के इतिहास के पन्नो का मजबूत स्तम्भ रहा होगा। साथ ही प्राचीन भारत में क्षेत्र की महती भूमिका रही होगी। जरूरी है कि पुरातत्व विभाग पूरे क्षेत्र को गहराई से अवलोकन करें, जिससे खुदाई के दौरान मिल रहे ऐतिहासिक धरोहर इन प्राचीन मूर्तियों को सहजता से संजोया जा सके।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *