कोलकाता के दुकानदारों को मिली सशर्त अनुमति
कैट और उमरिया चेम्बर के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से की वार्ता
उमरिया। जिला प्रशासन ने कोलकाता के दुकानदारों को अंतत: सशर्त अनुमति दे दी है। जानकारी के अनुसार बाहर से आये व्यापारी एक स्थान पर 5 से अधिक दुकान नहीं लगा सकेंगे। हलांकि बस स्टेण्ड परिसर मे उन्हे 10 दुकानो की मंजूरी दी गई है। उल्लेखनीय है कि स्थानीय व्यापारी कोलकाता से आये दुकानदारों को शहर मे व्यापार की अनुमति देने का विरोध कर रहे थे। उनका तर्क था कि कोरोना के कारण व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अब त्यौहारी सीजन मे बाहरी व्यापारी पहुंच गये हैं। जो सरकार को किसी प्रकार का टेक्स नहीं देते वहीं उनके दुकानो मे लगने वाली भीड़ से कोरोना फैलने का खतरा है। ऐसे मे उन्हे दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जाय।
एक को छोड़ माने बाकी सुझाव
इसी मुद्दे पर उमरिया चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से मुलाकात की। बताया गया है कि बातचीत मे कलेक्टर द्वारा बाहरी लोगों को अनुमति न देने से इंकार किया, परंतु व्यापारी संगठनो के सुझाव पर नगरपालिका प्रांगण, बस स्टैंड सहित अन्य स्थानो पर दूर-दूर दुकाने लगाने के निर्देश दिये ताकि लोगों को महामारी के खतरे से बचाया जा सके। बैठक मे पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल, एसडीएम बांधवगढ़ नीरज खरे, मुख्य नगरपालिका अधिकारी शशिकपूर गढ़पाले, उमरिया चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रतन खंडेलवाल, सचिव नीरज चंदानी, कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के जिलाध्यक्ष कीर्ति सोनी, सचिव अश्वनी वाधवा, द्वारका सचदेव, गोविंद लालवानी, नरेश लालवानी, हेमंत चंदानी आदि व्यापारीगण उपस्थित थे।
कैट के कॉल पर बंद रहा बाजार
इधर कैट के आहवान पर सोमवार को शहर के बाजार पूरी तरह बंद रहे। संगठन की मांग थी कि कोलकाता के दुकानदारों को व्यापार की अनुमति न दी जाय। यदि अनुमति मिले तो एक स्थान पर 5 से अधिक दुकाने न लगाई जांय। इस मुद्दे पर व्यापारियों ने घोषणानुरूप 2 बजे तक अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। नगर बंद मे संगठन के अध्यक्ष कीर्ति कुमार सोनी, आशीष गुप्ता, अमित गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, अश्वनी वाधवा, अनुराग रजक, विक्की गुप्ता, अतुल गुप्ता, हेमंत चंदानी सहित अन्य व्यापारियों ने सक्रिय योगदान था।