मृतक मजदूरों को 25-25 लाख का मुआवजा
पटना। आंध्र प्रदेश के एलुरु में कैमिकल फैक्ट्री में धमाके के साथ आग लगने से 6 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए मजदूरों में 4 बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले थे। फैक्ट्री में आग लगने की घटना में 13 अन्य लोग घायल भी हुए हैं। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है। इस बीच, आंध्रप्रदेश सरकार ने हादसे को देखकर बड़ी घोषणा की है। आंध्र सरकार ने हादसे में मारे गए मजदूरों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा फैक्ट्री में आग लगने की घटना में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 5-5 लाख और मामूली तौर पर घायल मजदूरों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। एलुरु के एसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि एलुरु के अक्किरेड्डीगुडम स्थित केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने बताया कि केमिकल फैक्ट्री में बुधवार रात को नाइट्रिक एसिड और मोनामिथाइल का रिसाव हो गया था, जिसकी वजह से आग लग गई। बताया जाता है कि घटना के वक्त फैक्ट्री में कई मजदूर काम कर रहे थे। धमाका होने से मौक पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। आग लगने से वहां कार्यरत लोग इधर से उधर भागने लगे। कई लोग आग की चपेट में आ गए थे। हादसे के कारण फैक्ट्री में चीख-पुकार मच गई थी। शुरुआत में एलुरु केमिकल फैक्ट्री हादसे में 12 लोगों के घायल होने की बात सामने आई थी। बाद में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यपाल की ओर से इस घटना पर बयान जारी किया गया, जिसमें घायलों की संख्या 13 बताई गई। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने केमिकल फैक्ट्री में आग लगने की घटना पर शोक जताया है। साथ ही हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना भी जाहिर की है।
हैदराबाद के भोईगुड़ा इलाके में एक कबाड़ी की दुकान में सुबह आग लगने से बिहार के 11 मजदूरों की जलकर मौत हो गई थी। आग सुबह 4 बजे लगी थी, जिसके कारण गोदाम में सो रहे मजदूरों को इसका पता नहीं चल सका था। घनी आबादी वाले भोईगुडा इलाके में आईडीएच कॉलोनी के पास एक गोदाम की ऊपरी मंजिल में 13 मजदूर सो रहे थे। अचानक उस गोदाम में आग लग गई थी। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि नींद में सो रहे मजदूर जबतक कुछ समझ पाते, आग की लपटों ने उन्हें घेर लिया और सब के सब जिंदा जल गए थे।