कैट ने कहा कोलकाता वालों को न दें व्यापार की अनुमति
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, कोरोना महामारी और लॉकडाउन का दिया हवाला
उमरिया। व्यापारी संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)ने जिला प्रशासन से बंगाली दुकानदारों को शहर मे व्यापार की अनुमति नहीं देने की मांग की है। संगठन द्वारा जिलाध्यक्ष कीर्ति कुमार सोनी के नेतृत्व मे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन मे कहा गया है कि बीते करीब डेढ वर्ष से जारी कोरोना के प्रकोप और लॉकडाउन की वजह से शहर का व्यापार पूर्णत: चौपट हो गया है। शादी-विवाह के सीजन को देखते हुए कई कपड़ा, जनरल, बर्तन, ज्वेलरी, किराना आदि के दुकानदारों ने सामग्री का स्टॉक किया था जो लॉकडाउन के चलते नहीं बिक सका। बिक्री न होने से कई दुकानदारों को लाखों रूपये का नुकसान भी उठाना पड़ा है। ऐसे मे उन्हे त्यौहारी सीजन से भरपाई की उम्मीद है, परंतु कलकत्ता से आये व्यापारियों की वजह से रही सही कसर भी पूरी हो जायेगी।
करते हैं जीएसटी की चोरी
कैट के जिला सचिव अश्वनी वाधवा ने कहा कि कोलकाता से आए व्यापारी बिना बिल के सामग्री का क्रय-विक्रय करते हैं जिससे शासन को भारी मात्रा मे जीएसटी का नुकसान होता है। वहीं संगठन के संरक्षक जगत नारायण गुप्ता ने कहा की बंगाल मे अभी भी करोना का प्रकोप जारी है जिसका खामियाजा जिले को भुगतना पड़ सकता है। उपाध्यक्ष मनीष जयसवाल एवं मनोज गुप्ता का कहना है कि बंगाल के व्यापारी मेले की तरह दुकानदारी करते हैं जिससे व्यापारियों की आर्थिक स्थिति बिगड़ती है।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्य रूप से जगत नारायण गुप्ता, कीर्ति कुमार सोनी, मनीष जायसवाल, आशीष गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, अश्वनी वाधवा, शंकर सचदेव, मनोज गुप्ता, कमल वाधवानी, गुड्डा गुप्ता, राजीव गुप्ता, हेमंत चंदानी, थावर दास, नवीन सचदेव, अनुराग रजक, राहुल अग्रवाल, मोहन खंडेलवाल आदि उपस्थित थे।