केरल मे भूस्खलन से बहे 20 घर, 15 की मौत

12 को बचाया गया, 60 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका
इडुक्की। केरल के इडुक्की जिले के राजमाला में भूस्खलन में १५ लोगों की मौत हो गई। अब तक १२ लोगों को बचा लिया गया है। ६० से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है। यह इलाका पर्यटन स्थल मुन्नार से २५ किमी दूर है। जिस जगह पर भूस्खलन हुआ वहां पर चाय के बागान में काम करने वाले मजदूरों की कॉलोनी थी। लैंड स्लाइड से पूरा इलाका चपेट में आ गया। मलबे में मजदूरों के २० से ज्यादा घर बह गए। बताया जा रहा है कि अधिकांश मजदूर तमिलनाडु के रहने वाले थे।
तेज आवाज के साथ सबकुछ खत्म
एक चश्मदीद ने बताया कि जब भूस्खलन हुआ तब हमने बहुत तेज आवाज सुनी। उसके बाद सब कुछ खत्म हो गया। लोग बचने के लिए भाग रहे थे, लेकिन पानी और मलबा उन्हें बहा ले गया। आपदा में बचे दीपन ने बताया कि भूस्खलन के वक्त मैं पिता, मां और पत्नी के साथ घर में था। सब कुछ मलबे में दब गया। उन्हें आंख में चोट लगी है। मां की हालत नाजुक है। उन्होंने बताया कि मेरे पिता और पत्नी का अभी तक पता नहीं चल सका है।
प्रधानमंत्री ने की मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा- मेरी संवेदनाएं पीडि़त परिवार के साथ हैं। एनडीआरएफ की टीम और प्रशासन जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन को पीएम रिलीफ फंड से दो लाख और जो घायल हुए हैं, उन्हें ५० हजार रूपए दिए जाएंगे। केरल के कई हिस्सों में पिछले चार दिनों से भारी बारिश हो रही है। अफसरों ने बताया कि गुरूवार को भारी बारिश के कारण राजमाला इलाके को जोड़ने वाला अस्थायी पुल गिर गया। इससे वहां पहुंचने में काफी मुश्किल आ रही है। अभी हम १० लोगों को रेस्क्यू कर पाएं हैं। उधर, मुख्यमंत्री पी विजयन ने घटना पर दुख जताया है। केरल के राजस्व मंत्री के चंद्रशेखरन ने बताया, Óवहां ४ लेबर कैंपों में ८० से ज्यादा लोग रहते थे। यह साफ नहीं है कि भूस्खलन के समय वहां कितने लोग मौजूद थे। खराब मौसम की वजह से फंसे लोगों का एयर लिफ्ट तक नहीं कर पा रहे हैं।
5 जिलों मे 11 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट
एनडीआरएफ के अफसरों और प्रशासन के मुताबिक, राज्य के कई इलाकों से पिछले तीन दिनों में २ हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इस इलाके में मंगलवार से बारिश हो रही है। चालियार नदी का जल स्तर बढ़ने से निलाम्बुर इलाके में बाढ़ आ गई है। यहां के लोगों को दूसरे स्थानों पर शिफ्ट करने के लिए कहा है। एर्नाकुलम के नजदीक नेरियमंगलम गांव में पेरियार नदी का पानी घुस गया। इस इलाके में बड़ी तादाद में हाथी पाए जाते हैं। पिछले चार दिन से भारी बारिश होने से जिले के कई इलाकों में पेड़ गिरने की खबर है। यहां गुरुवार शाम को ११० किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। भारी बारिश की वजह से पिछले ४८ घंटों में दो लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति की मौत डूबने से हुई। वहीं, एक अन्य व्यक्ति की मौत पेड़ गिरने से हुई। ११ अगस्त तक इडुक्की में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यहां की मुथिरापुझा नदी का जल स्तर बढ़ गया है।

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