बांधवभूमि, देवलाल सिंह
करकेली। जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जरहा जलहली धाम सेहरा मे पूरन सिंह राजपूत के निवास पर विगत दिनो से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन मे गत दिवस प्रख्यात कथावाचक आचार्य पंडित श्री होत्री प्रसाद शास्त्री द्वारा सुदामा चरित्र का सजीव वर्णन किया गया। उन्होने बताया कि सुदामा संसार के सबसे अनोखे भक्त थे, वे जीवन मे जितने गरीब थे, मन से उतने ही धनवान थे। उन्होंने अपने सभी सुख-दुख भगवान को सौंप दिये थे। कथावाचक ने कृष्ण और सुदामा के मिलन का प्रसंग बड़े ही मार्मिक तरीके से प्रस्तुत किया, जिसे सुन कर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपना कर्म नहीं भूलना चाहिए। हर सच्चे मित्र को कृष्ण और सुदामा की तरह होना चाहिए। इस मौके पर महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन किया गया। समापन अवसर पर व्यासपीठ पर बिराजे आचार्य पं. शिवम तिवारी जी ने विधि विधान से हवन कराया। इसके बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया। आयोजन की समाप्ति और श्रीमद् भागवत कथा की विदाई धूमधाम से की गई। आयोजन स्थल पर आज सोमवार को भंडारे का आयोजन किया गया है।
कृष्ण-सुदामा के चरित्र से मिलती मित्रता की सीख
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