कुछ मांगने से बेहतर है मरना: शिवराज
बांधवभूमि न्यूज
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भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने सत्ता से अपनी विदाई के बाद अपनी उपलब्धियां गिनाकर कहा कि जब उन्होंने कमान संभाली थी, तब यह एक बीमारू राज्य था। शिवराज ने 2003 से अब तक की अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा कि यदि उनसे कभी कोई गलती हुई हो तब क्षमा मांगते हैं। सीएम हाउस छोड़ने से पहले शिवराज ने यह जताने की कोशिश की कि उन्होंने पार्टी के फैसले को सहजता से लिया है और उनकी भूमिका एक कार्यकर्ता की है, भाजपा जो भी काम देगी उस करता रहूंगा। शिवराज ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि जब विदाई हुई है, तब भाजपा को भारी बहुमत से जीत मिली है और अब तक की सर्वाधिक वोट शेयर वाली सरकार बनाकर जा रहे हैं। उन्होंने इस बात का भी संतोष जाहिर किया कि जब उन्होंने कमान संभाली थी तब यह बीमारू राज्य था और उन्होंने विकास का लंबा सफर तय किया। शिवराज ने कई आंकड़े पेश करते हुए अपनी रिपोर्ट कार्ड भी सामने रखी और बताया कि कैसे उनके कार्यकाल में मध्य प्रदेश का विकास हुआ। मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा के बयान पर जब चौहान से सवाल किया गया तब उन्होंने कहा, उस दिन जो संदर्भ था वह यह था कि बाकी दिल्ली में हैं, आप दिल्ली जाएंगे क्या। एक बात मैं बड़ी विनम्रता से कहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से बेहतर मैं मरना समझूंगा। वह मेरा काम नहीं है। इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा।
जब से गले लगाकर रोने लगी लाड़ली बहने
मध्यप्रदेश में लाडली बहनों के दिलों में राज करने वाले पूर्व सीएम शिवराज ङ्क्षसह चौहान की आखिरकार विदाई हो गई है। 12 दिसबंर को सीएम चेहरे के ऐलान के साथ ही साढ़े सोलह साल तक सत्ता संभालने वाले शिवराज ने इस्तीफा दे दिया। अब मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए सीएम बने है। विदाई के बाद शिवराज का एक बेहद भावुक वीडियो सामने आया है। वीडियो में शिवराज को पकडक़र दो लाड़ली बहनें जोर-जोर से रोने लगीं। बहनों को गले लगाकर चौहान भी भावुक हो गए। शिवराज ने उन्हें चुप कराकर कहा कि वह उन्हें छोडक़र कहीं नहीं जा रहे हैं।